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अंग्रेजी स्कू  लों में नहीं कोम्बो पैक, हिंदी माध्यम के विद्यार्थी घर बैठे चख रहे पोषाहार

locationबाड़मेरPublished: Apr 11, 2021 12:12:20 am

Submitted by:

Dilip dave

– जून-जुलाई में मिला कोम्बो पैक, महात्मागंाधी अंग्रेजी माध्यम की स्कू  लें वंचित
– हर ब्लॉक में एक स्कू  ल अंग्रेजी माध्यम, बच्चे पोषाहार से वंचित

अंग्रेजी स्कू  लों में नहीं कोम्बो पैक, हिंदी माध्यम के विद्यार्थी घर बैठे चख रहे पोषाहार

अंग्रेजी स्कू  लों में नहीं कोम्बो पैक, हिंदी माध्यम के विद्यार्थी घर बैठे चख रहे पोषाहार

दिलीप दवे बाड़मेर. अंग्रेजी माध्यम की सरकारी स्कू लों के बच्चे मिड डे मील का घर बैठे स्वाद नहीं चख पा रहे हैं जबकि हिंदी माध्यम के विद्यालयों के विद्यार्थी कोम्बो पैक का आनंद उठा रहे हैं। यह स्थिति जिले के अधिकांश अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की है। सबसे विकट स्थिति उन विद्यालयों की है जो पूर्व में संचालित हो रहे थे जो अंग्रेजी माध्यम में बदले गए। उनको जून-जुलाई का कोम्बो पैक भी नहीं मिला।
जानकारों के अनुसार तकनीकी खामी के चलते एेसा हुआ है। वजह चाहे कुछ भी हो लेकिन अंग्रेजी माध्यम के सैकड़ों विद्यार्थी कोम्बो पैक से वंचित है। कोरोना के चलते २३ मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन लगा। इसके बाद स्कू ल, कॉलेज में शिक्षण कार्य बंद रहा।
इसके बाद अनलॉकडाउन हुआ तो करीब दस माह बाद स्कू ल खुले। स्कू ल खुलने पर भी सरकारी विद्यालयों में मिड डे मील शुरू नहीं हुआ ना ही पहली से पांचवीं की कक्षाएं चल पाई। इस पर सरकार ने बच्चों को घर बैठे पोषाहार बांटने का निर्णय किया। वहीं, तीन माह का कोम्बो पैक भी वितरित किया गया जिसमें दाल, तेल, नमक, मिर्च, धनिया, हल्दी आदि शामिल थे। जिले के करीब ढाई लाख विद्यार्थियों को कोम्बो पैक मिला लेकिन महात्माागांधी अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय इससे वंचित रह गए।
एेसे में सैकड़ों विद्यार्थियों को कोम्बो पैक नहीं मिल पाया। जुलाई में नामांकन का आधार, अगस्त में खुली स्कू लें- मिड डे मील वितरण को लेकर सरकार ने १ जुलाई के नामांकन का आधार माना। वहीं, जिले में अंग्रेजी माध्यम के स्कू लों का संचालन अगस्त में शुरू हुआ। २० अगस्त व सितम्बर में दो बारी लॉटरी निकली जिसके बाद बच्चों को प्रवेश दिया गया। अंग्रेजी माध्यम स्कू ल बनते ही हिंदी माध्यम विद्यालय कागजों में बंद हो गया और यहीं तकनीकी खामी ने अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों को कोम्बो पैक से वंचित कर दिया।
यह है उदाहरण– महात्मागांधी अंग्रेजी माध्यम उमावि समदड़ी, पाटोदी, गिड़ा आदि में जून-जुलाई के दौरान वितरित कोम्बो पैक नहीं मिला जबकि हिंदी माध्यम के स्कू लों में कोम्बो पैक वितरित किया चुका है। अब सरकार अगस्त से लेकर अब तक फिर कोम्बो पैक वितरित करने के आदेश दे चुकी है, लेकिन इन विद्यालयों में मिलेगा या नहीं इसको लेकर संशय जताया जा रहा है।
नहीं मिला कोम्बो पैक- हमारे विद्यालय में कोम्बो पैक नहीं मिला है। करीब सवा दो सौ विद्यार्थी मिड डे मील के तहत लाभान्वित होंगे।- रामवीर पायल, कार्यवाहक प्रधानाचार्य महात्मागांधी अंग्रेजी माध्यम उमावि गिड़ा

अब तक नहीं वितरित- जून-जुलाई का कोम्बो पैक हमारे स्कू ल में नहीं आया है। जैसे ही मिलेगा लाभान्वित होने वाले विद्यार्थियों को बांट दिया जाएगा।- अनिलकुमार जीनगर, प्रधानाचार्य महात्मागांधी अंग्रेजी माध्यम उमावि पाटोदी
सूची मांगी है- जुन-जूलाई के बाद ही अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों का चयन हुआ है। अब सूची मांगी है। कोम्बो पैक मिलने पर वितरण किया जाएगा।- अतरसिंह यादव, प्रधानाचार्य महात्मागांधी अंग्रेजी माध्यम उमावि बायतु
हमारे विद्यालय में नहीं आया– हमारे विद्यालय में एक बार भी कोम्बो पैक वितरित नहीं हुआ है। हिंदी माध्यम के स्कू ल में बांटा गया है।- अनिल परमार, प्रधानाचार्य महात्मागांधी अंग्रेजी माध्यम उमावि समदड़ी
इंग्लिश मीडियम स्कू ल में भी बांटे कोम्बो पैक– मिड डे मील योजना का लाभ सरकारी विद्यालयों में पहली से आठवीं के विद्यार्थियों को मिलता है। इंग्लिश मीडियम सरकारी स्कू लों को भी इसका लाभ मिले।- विनोद पूनिया, जिला मंत्री राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत
तकनीकी खामी से हो सकता है- सभी सरकारी विद्यालयों में मिड डे मील कोम्बो पैक दिया जाता है। बाड़मेर ब्लॉक में तो दिया गया है। शायद कोई तकनीकी खामी है जिसके चलते नव चयनित इंग्लिश मीडियम स्कू ल वंचित रह गए होंगे। खामी का सुधारा जा सकता है।- कृष्णसिंह महेचा, सीबीईओ बाड़मेर
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