अधिकारी भी अपनों से दूर..
कलक्टर: बेटा साथ, परिवार जयपुर
जिला कलक्टर विश्राम मीणा के साथ इन दिनों उनका बेटा है। परिवार के सदस्य जयपुर है। देर रात फ्री होने के बाद परिवार के सदस्यों से बात करते हैं, लेकिन इसके लिए भी पूरा समय नहीं मिल पा रहा है।
अतिरिक्त कलक्टर: तीन दिन पहले लौटा परिवार
अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेशकुमार का परिवार 3 दिन पहले बाड़मेर आया है। परिवार के लौटने की वजह भी उनकी फिक्र है। घर पहुंचने के बाद भी पूरी ऐहतियात बरतते हंै।
पुलिस अधीक्षक- परिवार जयपुर
पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा बताते हैं कि छुट्टियां थीं, इसलिए परिवार जयपुर है। बात होती है, यहीं कहते है ध्यान रखना, बाहर निकलो तक मास्क पहन कर निकलना।
सीएमएचओ-बेटे की सगाई स्थगित
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कमलेश चौधरी के परिवार के सभी सदस्य जोधपुर है, वीडियो कॉलिंग के जरिए बात होती है। सामाजिक जिम्मेदारियां भी निभा रहे है। बेटे की सगाई होनी थी, लेकिन परिस्थितियां ऐसी बनी अब उसे आगे करेंगे।
कलक्टर: बेटा साथ, परिवार जयपुर
जिला कलक्टर विश्राम मीणा के साथ इन दिनों उनका बेटा है। परिवार के सदस्य जयपुर है। देर रात फ्री होने के बाद परिवार के सदस्यों से बात करते हैं, लेकिन इसके लिए भी पूरा समय नहीं मिल पा रहा है।
अतिरिक्त कलक्टर: तीन दिन पहले लौटा परिवार
अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेशकुमार का परिवार 3 दिन पहले बाड़मेर आया है। परिवार के लौटने की वजह भी उनकी फिक्र है। घर पहुंचने के बाद भी पूरी ऐहतियात बरतते हंै।
पुलिस अधीक्षक- परिवार जयपुर
पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा बताते हैं कि छुट्टियां थीं, इसलिए परिवार जयपुर है। बात होती है, यहीं कहते है ध्यान रखना, बाहर निकलो तक मास्क पहन कर निकलना।
सीएमएचओ-बेटे की सगाई स्थगित
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कमलेश चौधरी के परिवार के सभी सदस्य जोधपुर है, वीडियो कॉलिंग के जरिए बात होती है। सामाजिक जिम्मेदारियां भी निभा रहे है। बेटे की सगाई होनी थी, लेकिन परिस्थितियां ऐसी बनी अब उसे आगे करेंगे।
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शिव. कानासर ग्राम पंचायत के कहानियों की ढाणी निवासी पीरे खान पुत्र शकूर खान 2 अप्रेल को बिहार से गांव पहुंचा था। प्रशासन को सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर उसे अलग कमरे में होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए। वही प्रतिदिन चिकित्सा विभाग की टीम की ओर से स्वास्थ्य जांच किया जा रहा है। पीरेखां का कहना है कि उस इस बात का सुकून है कि वह घरवालों के पास है, फिर अलग रहना भी तो घर, परिवार व पड़ोसियों की हिफाजत के लिए ही है। कुछ दिन तो यों ही निकल जाएंगे।
धोरीमन्ना. कजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा छात्र कृष्णकुमार ढाका कोरोना वायरस के चलते कजाकिस्तान से घर आया। कृष्ण कजाकिस्तान से दुबई, दिल्ली, सांचौर होते हुए धोरीमन्ना पहुंचा और आते ही परिवार से अलग रहने लगा। कृष्ण के पिता विरधाराम ढाका ने उसे धोरीमन्ना के सुभाषनगर में बने आवास पर होम आइसोलेटेड कर दिया। इस दौरान बाड़मेर के अस्पताल में जांच व इलाज के बाद वापिस घर आया। अब वह परिवार के साथ खुशी-खुशी रह रहा है।