लेकिन बजट अभाव में यह पूरा नहीं हो पाया। सरकार के अब शेष बजट स्वीकृत करने पर अधूरा कार्य पूरा होने से खिलाडिय़ों को खेल खेलने को लेकर परेशानियां नहीं उठानी पड़ेगी। राज्य सरकार के पहले महानरेगा में स्वीकृति व बाद में अधूरा बजट जारी करने से खेल मैदान का निर्माण पूरा नहीं हो पाया था। इसे लेकर खेल खेलने को लेकर खिलाडिय़ों को अधिक परेशानियां उठानी पड़ रही थी। इस पर बहुत से खिलाडिय़ों ने खेलना बंद कर दिया था।
राज्य स्तर चयनित खिलाड़ी मन मसोस कर घर बैठे हुए थे। लेकिन सरकार के अब शेष बजट की स्वीकृति शुरू करने व बंद निर्माण कार्य फिर से प्रारंभ होने से खिलाडिय़ों में खुशी है।
अधूरा स्टेडियम बनकर होगा तैयार- मार्च 2017 में स्वीकृत स्टेडियम मार्च 2018 में बनकर तैयार होना था। लेकिन खेल मैदान के नाम पर केवल बॉस्केटबाल व पवेलियन निर्माण की नींव भरी गई। कुछ कार्य करवाया गया। लेकिन अब शेष बजट स्वीकृति पर अब निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इस पर कुछ समय बाद इसके बनकर तैयार होने से खेल खेलने को लेकर खिलाडिय़ों को अच्छी सुविधा मिलेगी।
व्यू– लंबे समय से निर्माण कार्य बंद होने से खिलाडिय़ों को अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता था। अब कार्य पुन: शुरू कर दिया गया है। इसके बनकर तैयार होने से खिलाडिय़ों को अच्छी सुविधा मिलेगी।
– ईश्वरसिंह, सरपंच जसोल