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ड्रॉय रन: बस वैक्सीन नहीं थी, प्रक्रिया कोरोना वैक्सीनेशन जैसी

locationबाड़मेरPublished: Jan 09, 2021 06:56:51 pm

Submitted by:

Mahendra Trivedi

-जिला अस्पताल सहित तीन स्थानों पर वैक्सीनेशन की मॉक ड्रिल-कलक्टर व अधिकारियों ने परखी व्यवस्थाएं

ड्रॉय रन: बस वैक्सीन नहीं थी, प्रक्रिया कोरोना वैक्सीनेशन जैसी

ड्रॉय रन: बस वैक्सीन नहीं थी, प्रक्रिया कोरोना वैक्सीनेशन जैसी

बाड़मेर. कोरोना वैक्सीन का ड्रॉय रन बाड़मेर जिले में तीन स्थानों पर किया गया। जिला अस्पताल में वैक्सीनेशन के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए वार्ड में अलग-अलग कक्ष में जैसी कोविड-19 की वैक्सीनेशन में अपनाई जाएगी, ठीक वैसी ही तैयारियां मॉक में की गई और लाभार्थियों की मॉक वैक्सीनेशन की।
ड्रॉय रन के लिए चयनित 75 चिकित्सा कार्मिकों को एक दिन पहले ही गुरुवार को सिस्टम से एसएमएस भेजकर शैड्यूल के अनुसार टीकाकरण के लिए निर्धारित स्थान पर पहुंचने की जानकारी दे दी गई। इसी के अनुसार सुबह 10 से लेकर दोपहर 1 बजे तक जिले के तीन स्थानों पर प्रक्रिया पूरी की गई।
यहां पर हुआ ड्रॉय रन
जिले में जिला अस्पताल, बाड़मेर शहर की विष्णु कॉलोनी स्थित यूपीएचसी व कल्याणपुर कस्बे के चिकित्सा संस्थान में अलग-अलग पूर्व चयनित 25-25 लाभार्थी प्रक्रिया का हिस्सा बने। तीन घंटे तक चले ड्रॉय रन में वैक्सीनेशन के दौरान क्या चूक रही, उसे नोटडाउन किया गया। विशेषज्ञों के अनुसार एक व्यक्ति के वैक्सीनेशन से लेकर पूरी प्रक्रिया में कितना समय और क्या-क्या जरूरतें है। उस पर फोकस किया गया और प्रक्रिया पूर्ण करवाई।
एडवर्स इफेक्ट के टीम रही तैनात
यहां पर वैक्सीनेशन के आब्र्जेशन कक्ष में एडवर्स इफेक्ट की स्थिति में ट्रीटमेंट के लिए टीम तैनात रही। टीम ने वैक्सीनेशन के बाद लाभार्थियों के स्वास्थ्य पर नजर रखी।
कलक्टर व अधिकारियों ने देखी प्रक्रिया
जिला कलक्टर विश्राम मीणा मॉक के दौरान जिला अस्पताल में मॉक ड्रिल सहित वैक्सीन संग्रहण, पंजीकरण, डेटा वेरिफिकेशन, टीकाकरण प्रक्रिया एवं निरीक्षण कक्ष में किए गए प्रबंधों की विस्तार से जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बाबूलाल विश्नोई, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी.एल.मंसूरिया, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रीत मोहिंदरसिंह, डॉ. पंकज सुथार सहित स्वास्थ्य कार्मिक उपस्थित रहे।
टीम रहीं पूरी तरह मुस्तैद
टीकाकरण के मॉक में वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. महेेन्द्र चौधरी सहित टीम के सदस्य यहां पर मुस्तैद दिखे। तीन घंटे तक चली प्रक्रिया में जिला अस्पताल में 25 लाभार्थी प्रक्रिया से गुजरे। डॉ. चौधरी ने बताया कि सभी लाभार्थियों को एक दिन पहले ही एसएमएस से सूचना भेज दी थी। यहां पर प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी की गई।
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वैक्सीनेशन के इस तरह रहे स्टैप
-टीकाकरण कक्ष के प्रवेश द्वार पर सैनेटाइजेशन और नाम-पते की जानकारी
-वेटिंग हॉल में प्रवेश के बाद सोशल डिस्टेंस में सीटिंग
-हॉल में आने वाले के नाम और जानकारी की फिर से टेली
-टीकाकरण कक्ष में प्रवेश से पूर्व अनुमति का इंतजार
-वैक्सीनेशन कक्ष में लाभार्थी की फिर से एप पर पूरी जानकारी
-वैक्सीनेशन के बाद आब्र्जेशन कक्ष में 25-30 मिनट का ठहराव

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