कहीं सांसें तो नहीं उखड़ रही, अब रात में रखनी होगी कोरोना पॉजिटिव की निगरानी
बाड़मेरPublished: Jul 05, 2020 08:56:02 pm
-संक्रमित मरीजों की रात में होगी ऑक्सीजन लेवल की जांच -सांस में मामूली परेशानी पर मरीज को देनी होगी चिकित्सा-रात में प्रत्येक एक से दो घंटे में संक्रमित की करनी होगी जांच-बाड़मेर जिले में कोरोना से हो चुकी है तीन मौतें
कहीं सांसें तो नहीं उखड़ रही, अब रात में रखनी होगी कोरोना पॉजिटिव की निगरानी
बाड़मेर. कोरोना संक्रमण से ग्रसित व्यक्ति की मृत्यु को टालने के लिए पॉजिटिव मरीज की विशेष निगरानी होगी। खासकर मरीज के ऑक्सीजन लेवल का ध्यान रखा जाएगा कि कहीं उसकी सांसें तो नहीं उखड़ रही है। इसके लिए अब रात में कोविड संक्रमित की विशेष जांच होगी।
कोरोना के कारण मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में एक दो जिलों को छोड़ दे तो सभी में कोरोना के कारण संक्रमितों की जान गई है। राज्य सरकार ने कोरोना के कारण मृत्यु को टालने के लिए रात्रि के समय पॉजिटिव के ऑक्सीजन लेवल की मॉनिटरिंग करने के लिए आदेश जारी किए है। इसमें कोविड सेंटर के साथ अगर मरीज घर पर ही उपचाररत है तो उसे भी रात में हर घंटे में एक बार देखना होगा।
कोरोना में श्वसन तंत्र हो जाता है कमजोर
विशेषज्ञ मानते हैं कि कोरोना के कारण पॉजिटिव मरीज का श्वसन तंत्र कमजोर हो जाता है। उसे सांस लेने में कठिनाई होती है। इसके कारण ऑक्सीजन का सेचुरेशन कम होना प्रमुख लक्षण है। मरीजों में अद्र्धरात्रि के समय ऑक्सीजन का लेवल और अधिक कम हो जाने के कारण उसकी मृत्यु की आशंका और बढ़ जाती है।
जीवन बचाने के लिए रात में देखा जाए आक्सीजन
श्वसन तंत्र कमजोर होने के कारण सांसें उखडऩे की आशंका बढ़ जाती है। रात्रि में इसका खतरा अधिक रहता है तथा किसी को पता भी नहीं चलता है कि मरीज की तबीयत बिगड़ रही है। इसलिए रात में अब मरीज की लगातार निगरानी करनी होगी। जिससे उसके सेचुरेशन में परेशानी हो तो तुरंत ऑक्सीजन सहित अन्य चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके।
भारी आहार और वार्तालाप को टाला जाए
कोविड-19 के मरीज को रात्रिकालीन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए भारी आहार किसी भी सूरत में नहीं दिया जाए। वहीं अधिक वार्तालाप को भी टालें। जहां तक संभव को शौचालय को टालना चाहिए।
बाड़मेर में हो चुकी कोरोना से तीन मौतें
बाड़मेर जिले में कोरोना अब तक तीन लोगों की जान ले चुका है। पॉजिटिव पाए गए दो व्यक्ति बालोतरा क्षेत्र के थे। वहीं एक महिला बाड़मेर शहर की थी। इनमें भी एक बात सामने आई जो यह है कि तीनों की मौत रात के समय हुई थी।
एसीएस ने जारी किए आदेश
अतिरिक्त मुख्य सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) ने आदेश जारी करते हुए इसके लिए चिकित्साकर्मियों को रात के समय मरीजों की लगातार जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही समस्त चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मियों को प्रशिक्षण देने का भी कहा है। जिससे कोरोना के कारण होने वाली मृत्यु को न्यूनतम किया जा सके। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मरीजों की सघन देखभाल और आवश्यक उपचार का प्रबंध किया जाए।