हैरानी की बात यह है कि सट्टेबाजी से पुलिस पूरी तरह अनजान बनी हुई है लेकिन आईपीएल शुरू हुए दो सप्ताह हो गए है लेकिन एक भी मामला पुलिस दर्ज नहीं कर पाई है। ऐसे में बुकी व सटोरियों के हौसले बुलंद होते जा रहे है। सटोरियों के अड्डे शहर से दूर नहीं बल्कि शहर के बीचो-बीच चल रहे है।
केस-1
शहर कल्याणपुरा मार्ग-5 निवासी क्रिकेट सट्टा का शिकार हुआ। इसके बाद युवक पर कई मामले दर्ज हुए लेकिन युवक कंगाली के चलते फरार हो गया। जिसके बाद कोई पता नहीं है। युवक पर कई दर्ज मामले न्यायालय में विचारधीन है।
शहर कल्याणपुरा मार्ग-5 निवासी क्रिकेट सट्टा का शिकार हुआ। इसके बाद युवक पर कई मामले दर्ज हुए लेकिन युवक कंगाली के चलते फरार हो गया। जिसके बाद कोई पता नहीं है। युवक पर कई दर्ज मामले न्यायालय में विचारधीन है।
केस – 2
शहर निवासी एक सरकारी कर्मचारी का लड़का क्रिकेट की जद में फंस गया। युवा के महंगे शौक पूरे करने व लग्जरी गाडियों में घूमने का सपना पूरे करने के लिए क्रिकेट सट्टेबाज में लिप्त हो गया। जो आईपीएल मैच में दांव लगा रहा है। कॉलेज लाइफ की बजाय अपराध करने में जुट गया।
शहर निवासी एक सरकारी कर्मचारी का लड़का क्रिकेट की जद में फंस गया। युवा के महंगे शौक पूरे करने व लग्जरी गाडियों में घूमने का सपना पूरे करने के लिए क्रिकेट सट्टेबाज में लिप्त हो गया। जो आईपीएल मैच में दांव लगा रहा है। कॉलेज लाइफ की बजाय अपराध करने में जुट गया।
केस-3
शहर निवासी एक युवक ने क्रिकेट सट्टे में दस हजार रुपए गंवा चुका। फिर गंवाई हुई रकम वापस कमाने के लिए शहर में ब्याज पर पांच से सात रुपए सैकड़ा के हिसाब से रुपया उठाया। ऐसे में कई युवा कंगाल हो रहे है।
शहर निवासी एक युवक ने क्रिकेट सट्टे में दस हजार रुपए गंवा चुका। फिर गंवाई हुई रकम वापस कमाने के लिए शहर में ब्याज पर पांच से सात रुपए सैकड़ा के हिसाब से रुपया उठाया। ऐसे में कई युवा कंगाल हो रहे है।