इस पाइप लाइन में लीकेज के कारण कोसरिया मुख्यालय समेत कुंभानियों की होदी व बायतु पनजी के अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच रहा है। पिछले 2 माह से इन गांवों में पेयजल संकट गहराया हुआ है। वहीं ग्रामीणों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं है।
लाइन में लीकेज के कारण यहां लाखों गैलन पानी व्यर्थ बह रहा है। इसे जल्द नहीं रोका गया तो आसपास के घरों में भी पानी घुस सकता है। वहीं पानी से भरी खदानों के किनारे कई बच्चे भी खेलते रहते हैं। इससे हर समय हादसे की भी आशंका बनी रहती है। वहीं कोसरिया से हुडों की ढाणी जाने वाली एक ग्रेवल सड़क भी पानी के बहाव से कट गई।
जिलेभर में बारिश के दौरान गड्ढों में भरे पानी में डूबने से कई बच्चों की मौत भी हो चुकी है। उस दौरान प्रशासन ने सख्ती बरतने के निर्देश भी दिए थे, लेकिन अब पानी से भरी इन खदानों पर कोई ध्यान तक नहीं दे रहा। ऐसे में आस-पास के बाशिंदों को बच्चों के खदानों में गिरने का भय बना हुआ है। उनका सवाल भी है कि हादसे का जिम्मेदार कौन होगा। जलदाय विभाग इसे स्थाई रूप से ठीक करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा।
कोसरिया के पास क्षतिग्रस्त पाइप लाइन का मामला हमारे सामने आया है। यहां लाइनमैन की लापरवाही उजागर हुई है। तत्काल ही इस पाइपलाइन को ठीक करने के लिए आवश्यक सामग्री व स्टाफ भेजकर दुरुस्त करवाने के प्रयास करेंगे।
वाकई गंभीर है इतने समय से क्षतिग्रस्त पाइप लाइन से व्यर्थ पानी बहने का मामला वाकई गंभीर है। हालांकि पद रिक्तताएं ज्यादा हैं। फिर भी हम इस मामले को कल ही गंभीरता से लेकर कर्मचारी भेजकर लीकेज ठीक करवाते हैं।
– सोनाराम बेनीवाल, एक्सइएन पीएचईडी