scriptबाड़मेर कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन, 26 घंटे बाद उठाया शव, कमेटी ने की जांच शुरू,जानिए पूरी खबर | Demonstrate outside Barmer Collectorate 26 hours later raised body | Patrika News

बाड़मेर कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन, 26 घंटे बाद उठाया शव, कमेटी ने की जांच शुरू,जानिए पूरी खबर

locationबाड़मेरPublished: Jan 31, 2018 09:57:49 am

– बीसूकला-सवाईपुरा मार्ग पर हुई थी घटना
– कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन, वार्ता पर बनी सहमति

Demonstrate,Barmer Collectorate

Demonstrate outside Barmer Collectorate 26 hours later raised body

बाड़मेर. शिव क्षेत्र के बीसूकला-सवाईपुरा मार्ग पर कार चालक की मौत के बाद दर्ज हत्या के मामले में निष्पक्ष जांच व आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलनरत परिजन ने 26 घंटे बाद शव उठाया।इससे पहले मंगलवार को पुलिस-प्रशासन के साथ हुई समझौता वार्ता के बाद पुलिस ने कमेटी गठित कर जांच शुरू की। मामले में सड़क हादसा या हत्या की गुत्थी उलझी हुई है। पुलिस ने पूछताछ के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
इससे पहले शव उठाने से इनकार व मोर्चरी के बाहर आक्रोशित लोगों की भीड़ बढ़ती देख पुलिस-प्रशासन की सांसें फूली रही। सुबह से समाज के लोग व जनप्रतिनिधि जुटने लगे और कार्रवाई की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया। इसके बाद युवा आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए आक्रोश रैली के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने सरकार व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताया। यहां व्यवस्था संभालने के लिए पुलिस के दो डिप्टी व सात थानाधिकारी सहित कंट्रोल रूम का जाब्ता तैनात रहा।
यूं चली समझौता वार्ता
मोर्चरी के बाहर समाज के लोगों की उपखण्ड अधिकारी व डिप्टी के साथ वार्ता हुई है लेकिन लोग संतुष्ट नहीं हुए। इसके बाद ये लोग कलक्ट्रेट पहुंचे और जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक के साथ करीब एक घंटे तक वार्ता की। उन्होंने शिव थाने में दर्ज हत्या के मामले में निष्पक्ष जांच कर तत्काल तीन नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी की मांंग व मृतक के परिवार को सरकारी नियमों के अनुसार मुआवजा दिलाने की मांग की। इस मौके पर पूर्व सांसद हरीश चौधरी, विधायक कैलाश चौधरी, डालूराम चौधरी, बांकाराम सियाग, नरसिंग कड़वासरा, लक्ष्मणसिंह गोदारा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
यह था घटनाक्रम
बीसूकला मार्ग पर सोमवार को कार पलटने के बाद भूणिया निवासी मोहनलाल की मौत हो गई। इस मामले में परिजन ने युवक की हत्या का आरोप लगाते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव उठाने से इनकार कर दिया। लगभग 26 घंटे मोर्चरी के बाहर धरना चला।

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