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हाईग्रेड फीवर बढ़ा रहा डेंगू का खतरा, बाड़मेर में बुखार हो रहा है बेकाबू

locationबाड़मेरPublished: Oct 18, 2021 09:33:04 pm

Submitted by:

Mahendra Trivedi

 डेंगू से हालात हो रहे हैं बेकाबू, अस्पताल में सिर्फ बुखार के रोगी- रोज मिल रहे है नए मरीज, बच्चों में ज्यादा बढ़ रहा डेंगू-ओपीडी में 95 फीसदी से अधिक बुखार के रोगी-डेंगू के रक्तस्राव के रोगी आए सामने, खतरा बढ़ा-सामान्य ओपीडी 2200-2500 के बीच

हाईग्रेड फीवर बढ़ा रहा डेंगू का खतरा, बाड़मेर में बुखार हो रहा है बेकाबू

हाईग्रेड फीवर बढ़ा रहा डेंगू का खतरा, बाड़मेर में बुखार हो रहा है बेकाबू

बाड़मेर. कोविड का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है, इस बीच डेंगू और मलेरिया और बुखार के पीडि़तों की संख्या बढ़ती जा रही है। हालात यह हो गए हैं कि अस्पताल प्रबंधन को अतिरिक्त व्यवस्थाएं जुटानी पड़ी है। मरीजों को असुविधा नहीं हो, इसके लिए बेड बढ़ाने के साथ जांच व्यवस्थाओं को और व्यवस्थित किया गया है। देखा जाए तो हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। इस बीच विशेषज्ञों ने डेंगू के बदल रहे वेरिएंट को लेकर भी चिंता जाहिर करते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। अस्पताल की ओपीडी सामान्य दिनों में 2500 के करीब हो रही है। वहीं रविवार को छुट्टी के दिन भी 1000 के करीब मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं।
अस्पताल की ओपीडी में आने वाले करीब 95 फीसदी से अधिक मरीज वायरल से पीडि़त है। इनमें डेंगू जैसे लक्षण दिखने पर जांच करवाने पर पॉजिटिव भी मिल रहे हैं। स्थिति यह है कि मरीज अस्पताल बुखार आने के दो-तीन दिन बाद पहुंचने के कारण उसकी हालात और गंभीर हो जाती है और भर्ती करना पड़ रहा है। सामान्य ओपीडी में भी ऐसे मरीज पहुंच रहे हैं, जिन्हें तुरंत इमरजेंसी हैल्थ रेस्पोंस की जरूरत पड़ती है।
सामान्य बुखार के 48 घंटे बाद उभर रहे डेंगू के लक्षण
विशेषज्ञों की मानें तो सामान्य बुखार के 48 घंटे बाद डेंगू के लक्षण नजर आते हैं। अधिकांश मरीज इसकी अनेदखी करते हैं, ऐसे में हालात फिर गंभीर हो जाते हैं और तब तक प्लेटलेट कम हो जाती है। ऐसे मरीजों की ओपीडी में भरमार बढ़ती जा रही है। जिनकी प्लेटलेट जांच में कम आ रही है।
बुखार के दौरान नाक से खून तो घातक डेंगू
डेंगू पीडि़तों में रक्तस्राव होना खतरा बढऩे के संकेत है। जिला अस्पताल में रविवार को नाक से खून बहने के एक मरीज सहित दो पीडि़तों को जोधपुर रैफर किया गया। जिसमें एक बच्चा शामिल था। ऐसे मरीजों को तुरंत हायर सेंटर रैफर किया जा रहा है, क्योंकि जिला अस्पताल में इस तरह के रोगियों के उपचार की सुविधा नहीं है। उधर विशेषज्ञों का मानना है कि डेंगू के वेरिएंट डेन-2 या सीरोटाइप-2 में रोगी के प्लेटलेट कम होने के साथ बीपी बढऩे और नाक से खून आना शुरू हो जाता है। ऐसे में बाड़मेर में इस तरह के रोगी मिलने से यहां पर भी नए वेरिएंट का खतरा हो सकता है।
बाड़मेर : यहां ज्यादा बढ़ रहा डेंगू
-शहर की रॉय कॉलोनी
-इंदिरा नगर व आसपास
बुखार के 48 घंटे बाद उभरते हैं डेंगू के लक्षण
मरीज में सामान्य बुखार के 48 घंटे बाद डेंगू के लक्षण दिखने लगते हैं। ऐसे में बुखार आने की स्थिति में तुरंत चिकित्सक को दिखाकर दवा लेनी चाहिए। बुखार को हल्के में लेकर टालने से स्थिति खराब हो सकती है। हाईग्रेड फीवर होने पर डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। अभी मरीजों की जांच में प्लेटलेट भी कम आ रही है।
डॉ. थानसिंह, राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर
नए स्ट्रेन का खतरा नहीं
अभी डेंगू के रोगी मिल रहे हैं, उनमें नए स्ट्रेन जैसे कोई लक्षण नहीं है। यह फस्र्ट टाइप का डेंगू है, जिसका इलाज सामान्य तौर पर हो जाता है। बुखार आने पर तुरंत चिकित्सा करवाएं। अभी डेंगू का खतरा बढ़ा है, इसलिए मामूली बुखार आए तो भी समय पर चिकित्सक को दिखाकर दवा लें।
डॉ. प्रतीक सागर, राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर
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विशेषज्ञ की सलाह…
-कूलर-एसी बंद कर दें
-गर्म पानी का सेवन करें
-ठंडी वस्तुओं से दूरी बनाएं
-शरीर में पानी की कमी न हो
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