सरकारी स्कूलों में पोषाहर के लिए वितरण होने वाले गेहूं की कालाबाजारी की शिकायत पर धोरीमन्ना में गोदाम से गेहूं भरकर जोधपुर जा रहे ट्रक को बोरानाडा पुलिस ने पकड़ा था। उसके बाद जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता के निर्देश पर शिक्षा विभाग, पुलिस, रसद व सहकारी समिति की ओर से संयुक्त जांच में स्पष्ट हुआ है कि खाद्यान्न परिवहनकर्ता की ओर से गेहूं व चावल का गबन किया गया है।
जांच में गोदाम में 39.20 क्विंटल गेहूं कम मिला वहीं स्टॉक में चावल की मात्रा 17.28 क्विंटल अधिक पाई गई थी। आरोपी पोषाहार परिवहनकर्ता स्वरूपसिंह पुत्र जीवराजसिंह निवासी राणासर कलां के खिलाफ गेहूं गबन व चोरी का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है। उस वक्त पुलिस ने कहा था कि जांच के बाद मामला स्पष्ट होगा, कब से गबन व चोरी का खेल चल रहा था? लेकिन जांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं?
जांच में यह सामग्री जब्त भारतीय खाद्य निगम मार्का लगे 400 खाली कट्टे बरामद हुए। जांच में बैग पैकिंग मशीन भी बरामद हुई। पुलिस ने दस्तावेज व सामग्री जब्त कर जांच शुरू की थी, लेकिन 20 दिन बीतने के बावजूद जांच आगे नहीं बढ़ पाई है।
– पांच मिनट में कॉल करता हूं जांच अधिकारी व गुड़ामालानी थानाधिकारी प्रेमाराम ने कहा कि मैं थोड़ा व्यस्त हूं। पांच मिनट में आपको कॉल करके डिटेल बताता हूं। उसके बाद कॉल रिसीव करना ही बंद कर दिए। ऐसे में जांच अधिकारी की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है।