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बालोतरा. शहर में पार्किंग व्यवस्था के अभाव के साथ वाहन चालकों का मनमाना रवैया, हजारों राहगीरों के लिए परेशानी बना हुआ है। वाहन चालकों के स्वयं की सुविधा अनुसार सड़क किनारे वाहन खड़ा करने व खरीदारी कर घंटों बाद लौटने से हर दिन लोगों को दिक्कतें उठानी पड़ती है। आमजन की इस बड़ी समस्या से अच्छी तरह वाकिफ होने के बावजूद यातायात पुलिस के वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने से इनमें रोष है।
नगर में पार्किंग व्यवस्था का अभाव बढ़े यातायात दबाब में कोढ़ में खाज साबित हो रहा है। इस पर वाहन चालकों के मनमाना रवैया अपना स्वयं की सुविधा अनुसार सड़क किनारे वाहन खड़ा करने व घंटों-घंटों इसे नहीं हटाने से आमजन राहत को तरस गया है। शहर के बाजारों में खरीदारी को लेकर आने वाले अधिकांश वाहन चालक सड़क किनारे, कोने में वाहन खड़ा करते हैं। इसके बाद पूरे बाजार में परिवार सदस्यों के साथ घूम फिर कर जरूरत के सामान की खरीदारी करते हैं। इस पर कई घंटों पर वाहन वहीं खड़े रहते हंै। इस पर बार-बार लगने वाले जाम से राहगीरों, अन्य वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ती है। पर्व, विवाह पर खरीदारों की भीड़ उमडऩे पर सड़क किनारे बड़ी संख्या में आड़े-तिरछे खड़े वाहनों पर बाजार जाम हो जाते हैं। पिछले कई वर्षों से शहर की यह स्थिति बनी हुई है। लेकिन व्यवस्था सुधार के लिए जिम्मेदार यातायात पुलिस के अधिकारी, जवान वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करना तो दूर इन्हें टोकते तक नहीं है। इन्हें खड़ा नहीं रहने के लिए पाबंद कर अथवा खड़ा रहने पर कार्रवाई कर व्यवस्था को सुधारा जा सकता है। लेकिन यातायात पुलिस के अधिकारियों की कमजोर इच्छा शक्ति इसके आड़े आ रही है। इससे आमजन राहत को तरस गया है।
बालोतरा. शहर में पार्किंग व्यवस्था के अभाव के साथ वाहन चालकों का मनमाना रवैया, हजारों राहगीरों के लिए परेशानी बना हुआ है। वाहन चालकों के स्वयं की सुविधा अनुसार सड़क किनारे वाहन खड़ा करने व खरीदारी कर घंटों बाद लौटने से हर दिन लोगों को दिक्कतें उठानी पड़ती है। आमजन की इस बड़ी समस्या से अच्छी तरह वाकिफ होने के बावजूद यातायात पुलिस के वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने से इनमें रोष है।
नगर में पार्किंग व्यवस्था का अभाव बढ़े यातायात दबाब में कोढ़ में खाज साबित हो रहा है। इस पर वाहन चालकों के मनमाना रवैया अपना स्वयं की सुविधा अनुसार सड़क किनारे वाहन खड़ा करने व घंटों-घंटों इसे नहीं हटाने से आमजन राहत को तरस गया है। शहर के बाजारों में खरीदारी को लेकर आने वाले अधिकांश वाहन चालक सड़क किनारे, कोने में वाहन खड़ा करते हैं। इसके बाद पूरे बाजार में परिवार सदस्यों के साथ घूम फिर कर जरूरत के सामान की खरीदारी करते हैं। इस पर कई घंटों पर वाहन वहीं खड़े रहते हंै। इस पर बार-बार लगने वाले जाम से राहगीरों, अन्य वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ती है। पर्व, विवाह पर खरीदारों की भीड़ उमडऩे पर सड़क किनारे बड़ी संख्या में आड़े-तिरछे खड़े वाहनों पर बाजार जाम हो जाते हैं। पिछले कई वर्षों से शहर की यह स्थिति बनी हुई है। लेकिन व्यवस्था सुधार के लिए जिम्मेदार यातायात पुलिस के अधिकारी, जवान वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करना तो दूर इन्हें टोकते तक नहीं है। इन्हें खड़ा नहीं रहने के लिए पाबंद कर अथवा खड़ा रहने पर कार्रवाई कर व्यवस्था को सुधारा जा सकता है। लेकिन यातायात पुलिस के अधिकारियों की कमजोर इच्छा शक्ति इसके आड़े आ रही है। इससे आमजन राहत को तरस गया है।
मार्गों से निकलना मुश्किल – वाहन चालकों के मनमाने रवैये से मार्गों से गुजरना मुश्किल हो गया है। इनके आड़े-तिरछे वाहन खड़े करने से हर दिन बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है। यातायात पुलिस इन्हें पाबंद करें अथवा कार्रवाई करें। – कमलेश चौपड़ा
बेतरतीब खड़े रहते वाहन- शहर के प्रमुख मार्ग, चौराहों पर हर समय दर्जनों आड़े-तिरछे वाहन खड़े रहते हैं। मार्ग जाम से हो जाते हैं। इस पर पैदल गुजरना तक मुश्किल हो जाता है। यातायात पुलिस इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। – विकास माली
बेतरतीब खड़े रहते वाहन- शहर के प्रमुख मार्ग, चौराहों पर हर समय दर्जनों आड़े-तिरछे वाहन खड़े रहते हैं। मार्ग जाम से हो जाते हैं। इस पर पैदल गुजरना तक मुश्किल हो जाता है। यातायात पुलिस इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। – विकास माली