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रिफाइनरी के साथ विकसित हों धार्मिक पर्यटन केन्द्र

locationबाड़मेरPublished: Dec 20, 2018 11:54:47 pm

Submitted by:

Dilip dave

परिचर्चा- तीर्थ कर रहे विकास, सरकार भी दें ध्यान

परिचर्चा- तीर्थ कर रहे विकास, सरकार भी दें ध्यान

परिचर्चा- तीर्थ कर रहे विकास, सरकार भी दें ध्यान

बाड़मेर पत्रिका.

50 लाख धार्मिक पर्यटकों की सालाना अगुवाई करने वाले क्षेत्र के मंदिर और ट्रस्ट से जुड़े पदाधिकारियों व संचालन करने वालों को भी छोटी-छोटी सुविधाओं के साथ अब बड़े प्रोजेक्ट का इंतजार है। मिनी ट्रेन इसमें शामिल है तो बसों का संचालन भी हर दो घंटे में इन तीर्थ स्थलों तक बालोतरा से होना जरूरी है। सभी का मानना है कि तीर्थ स्थलों से संयुक्त पत्र तैयार कर धार्मिक पर्यटन का मैप यहां तैयार किया जाए।
सड़क पहली प्राथमिकता
क्षेत्र के प्रमुख तीर्थों से जुड़े मार्गों की स्थिति अच्छी नहीं है। सरकार सड़कें अच्छी बनाएं व सभी तीर्थों को जोड़ते हुए कोरिडोर मार्ग बनाएं। पचपदरा- बालोतरा- बिठूजा-आसोतरा- जसोल-नाकोड़ा-तिलवाड़ा- खेड़ रोड़ को धार्मिक रोड़ में शामिल कर इसको इसी तरह विकसित किया जाए। – महेन्द्र कुमार अग्रवाल, सचिव श्री खेड़ रणछोडऱाय तीर्थ ट्रस्ट खेड़
प्रकृति को सहेजे और जुटे सुविधाएं

कुरजां का कलरव रूपादेव तीर्थ के पास अनुपम है। माजीसा मंदिर जसोल में लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे है। तिलवाड़ा मेले के अलावा भी राव मल्लीनाथ मंदिर में दर्शनार्थ श्रद्धालु देशभर से पहुंचते है। इस पूरे इलाके को इस तरह से समृद्ध किया जाए कि प्राकृतिक छटा भी लोगों को आकर्षित करें। राव मल्लीनाथ सर्किल की तरह सर्किल, पार्क और सहित अन्य कई विकास हो सकते है। विदेशी पर्यटक भी यहां आए। – रावल किशनसिंह, अध्यक्ष श्री माता राणी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोल
मिनी ट्रेन पहली पसंद होगी

क्षेत्र के प्रमुख तीर्थों से जुड़ी सड़कों का विस्तारीकरण व नवीनीकरण किया जाए। मार्गों के किनारे सघन पौधरोपण किया जाए। वहीं स्थानीय स्तर पर बस सेवा शुरू की जाए, तो तीर्थों से आवागमन करें। मिनी ट्रेन को लेकर भी प्रयास प्रारंभ करने चाहिए। यह धार्मिक पर्यटकों की पहली पसंद होगी। – हुलास बाफना, ट्रस्टी नाकोड़ा ट्रस्ट
प्रमुख शहरों से हो सीधी बस सेवा
क्षेत्र के तीर्थों के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं। बस सुविधा अभाव के कारण इन्हें परेशानी उठानी पड़ती है। तीर्थों से प्रमुख शहरों के लिए सीधी बस सेवा प्रारंभ की जाए।इससे श्रद्धालुओं को अच्छी सुविधा मिलेगी। धार्मिक पर्यटक बढ़ेंगे। सरकार को भी आय होगी। – रामलाल राजपुरोहित, कोषाध्यक्ष श्री ब्रह्माजी का मंदिर व राजपुरोहित विकास न्यास
रेलवे स्टेशन का हो विकास
खेड़ रेलवे स्टेशन है। इस रेलवे स्टेशन को आकर्षित बनाया जाए। यहां से गुजरने वाले लोगों को खेड़ तीर्थ पर ही सारी जानकारी मिल जाए कि बालोतरा के आसपास में कौन-कौन से स्थान है। इसको देखकर ही लोग आकर्षित हों। पैसेंजर के अलावा द्रुतगति की रेलांे का ठहराव भी तीर्थ स्थल पर किया जाए। – अयोध्याप्रसाद गोयल, सह सचिव श्री खेड़ रणछोडऱाय तीर्थ ट्रस्ट खेड़
पर्यटन स्थलों का हो विकास
शिल्पग्राम, हाट बाजार, हैण्डीक्राफ्ट सहित कई केन्द्र यहां विकसित किए जाए। इससे ग्रामीणों को रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही यहां आने वाले लोगों को खरीददारी का अवसर मिलेगा। तीर्थ पर आने वालों को बालोतरा व आसपास के इलाके के उत्पाद एक जगह मिलने चाहिए। – भैरूलाल डागा, अध्यक्ष श्री बाबा रामदेव मंदिर बिठूजाधाम
रोड मैप की जरूरत
तीर्थों की सड़कों का आपस में जुड़ाव किया जाए। प्रदेश के पर्यटक मानचित्र पर इनके स्थान देकर प्रचार-प्रसार करें। प्रमुख मार्र्गों पर तीर्थों के नामकरण,इनके महत्व व दूरी को लेकर संकेत बोर्ड लगाए। इससे लोगों को इनके बारे में जानकारी हो सके। – जयप्रकाश कोठारी, प्रवक्ता श्री वृंदावन धाम भगवती बाई आश्रम पचपदरा
कोरिडोर बनाया जाए
क्षेत्र के प्रमुख तीर्थों को सड़क मार्गसे आपस में जोड़कर कोरिडोर बनाया जाए। इनके स्थान महत्व को लेकर अधिकाधिक प्रचार- प्रसार किया जाए। रेलगाड़ी, बस सुविधा में बढ़ोतरी की जाए। इससे की अच्छी सुविधाओं पर अधिकाधिक धार्मिक पर्यटक आएं। – विजयसिंह खारवाल, सरपंच पचपदरा
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