शिक्षकों आते यूनिफार्म में- स्कू ल में आर्थिक सहयोग के साथ शिक्षक नवाचार भी कर रहे हैं। विद्यालय के सभी शिक्षकों की प्रतिदिन की यूनिफार्म तय कर रखी है और सभी स्टाफ सप्ताह में प्रतिदिन अलग-अलग यूनिफॉर्म पहन कर आते हैं। बाल सदन को लेकर बच्चों के प्रति वर्ष चुनाव होते हैं, जिस पर उनमें बाल संसद के प्रति रुचि नजर आती है।
बच्चे लगाते हैं टाई-बैल्ट- शिक्षकों की अपनी यूनिफॉर्म के साथ-साथ बच्चों के भी सप्ताह में दो दिन सफेद यूनिफार्म बना रखी है। बुधवार और शनिवार को सफेद यूनिफॉर्म पहनना अनिवार्य किया गया है। बच्चों के टाई-बैल्ट और एडमिट कार्ड भी बना रखे हैं।
बूंद-बूंद सिंचाई से पौधरोपण- स्टाफ की तरफ से विद्यालय में करीब 200 पौधे लगाए गए हैं। पौधों को बूंद-बूंद सिंचाई योजना से सिंचित किया जाता है। दो साल में बढ़ा नामांकन- दो वर्ष पूर्व विद्यालय का नामांकन सवा सौ के करीब था। शिक्षकों की टीम ने विद्यालय में नवाचार के साथ-साथ अध्यापन में भी नवाचार करते हुए अभिभावकों को अपने बच्चों को इसी स्कूल में प्रवेश देने के लिए प्रेरित किया। जिससे वर्तमान में विद्यालय का नामांकन दो सौ के करीब पहुंच गया है।
सभी शिक्षकों की मेहनत और विद्यालय के प्रति समर्पण भाव से कार्य करने से विद्यालय में नवाचार हुए हैं। ग्रामीणों का भी अच्छा सहयोग मिल रहा है। स्टाफ साथियों की कार्य के प्रति कर्मठता और कुछ नया करने की सोच से ही सब कुछ सम्भव हुआ है।- जगवीर सियाग, प्रधानाध्यापक राउप्रावि कुम्हारों की ढाणी,सांजटा१