आखिर जिला कलक्टर ही बोल पड़े ये हाल तो ठीक नहीं। गंदगी को लेकर आयुक्त से सवाल किए तो ढंग से जवाब भी नहीं मिला। उन्होंने रास्ते में खड़े ठेलों को हटाने को कहा और नालियों पर बन रहे खाद्य पदार्थ देखकर कहा कि यह हो क्या रहा है, इनके चालान काटो। प्रशासनिक लवाजमे के साथ कलक्टर ने शहर के कई स्थानों का निरीक्षण किया।
500 रु का काटा चालान गांधी चौक में मिठाई की दुकान पर नाले पर भट्टी लगाकर कचौरी बनाते देखा तो कलक्टर ने आयुक्त को निर्देश दिए कि दुकानदार का सामान अंदर रखवाओ और दुकानदार के 500 रुपए का चालान काटा।
सब्जी मंडी पहुंचे पुरानी सब्जी मंडी में दुकानदार पॉलीथिन में सब्जी बेच रहे थे। कलक्टर ने सब्जी बेचने वालों को पॉलीथिन का उपयोग नहीं करने को कहा। यहां सार्वजनिक शौचालय की जरूरत
जिला कलक्टर ने वेणासर तालाब के निरीक्षण के दौरान खुले में शौच जा रहे व्यक्ति को रोका तो उसने बताया कि उसके घर में शौचालय नहीं है। कलक्टर ने नगर परिषद को इस क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालय बनाने के निर्देश दिए।
पीएचसी के बाहर बोर्ड नहीं लगाया गांधी चौक स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के निरीक्षण के दौरान संबंधित कार्मिक को पूछा कि बाहर बोर्ड क्यों नहीं लगाया है। इस पर कार्मिक ने कहा कि यहां पर काम चल रहा है। कलक्टर ने पीएचसी के पास की खाली जमीन पर पार्किंग की बात कही। सदर बाजार व बावड़ी के पास दुकानों के बाहर रखे सामान को अंदर रखने के निर्देश दिए।
कृषि मंडी में बैठक आयोजित कलक्टर ने कृषि मंडी सचिव के साथ बैठक कर व्यापारियों की समस्या पर चर्चा की। जीरा मंडी, सब्जी मंडी को देखा। कैंटीन में कलेवा योजना के भोजन की गुणवत्ता देखी। मंडी व्यापारियों ने परिसर में सफाई नहीं होने की शिकायत की।
यातायात व्यवस्था सुधारें चौहटन चौराहे पर सड़क पर खड़े वाहनों को व्यवस्थित करने के लिए उन्होंने यातायात प्रभारी को निर्देश दिए। पालिका बाजार में पार्किंग ठेका देकर कम किराए में पार्किंग की सुविधा देने, आवारा पशुओं को पकडऩे, कचरा स्थल पर समय पर कचरा उठाने, निर्माण कार्य का मलबा हटाने को कहा।