राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर के अधीक्षक डॉ. बीएल मंसूरिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण ने जहां हर क्षेत्र पर असर डाला वहीं रक्तदान भी इससे अछूता नहीं रहा। कोरोना काल में स्वैच्छिक रक्तदान में कमी आई जिससे ब्लड बैंक में रक्त का स्टाक भी घटा।
हालांकि इस दौरान जरूरतमंदों को समाज सेवियों व रक्तदाताओं की मदद से समय-समय पर रक्त उपलब्ध कराया जाता रहा, लेकिन एक साथ रक्तदान के लिए लोग ब्लड बैंक नहीं पहुंच रहे थे। क्लब संयोजक हरीश गोदारा भुरटिया, नया सवेरा सेवा संस्थान के हेमंत राजपुरोहित, कुंभाराम, समाजसेवी राम माकड़, रमेश मिर्धा, बल्ड बेंक प्रभारी डॉक्टर रविंद्र कुमार यादव, हुकमाराम भडऩावा, भुट्टा खान, रमेश मूंढ, उदा राम खती सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
क्लब संयोजक हरीश गोदारा भुरटिया ने बताया कि रक्तदान शिविर में जीले भर अलग-अलग स्थानों से 51 युवाओं ने आकर रक्तदान किया जिसमें अधिकतर युवाओं ने पहली बार रक्तदान किया। मातासर भुरटिया निवासी धर्माराम भुंकर व उनकी धर्म पत्नी ने भी रक्तदान किया। मेडिकल कॉलेज के आठ स्टूडेंट्स ने भी रक्तदान किया।