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डेढ़ लाख की आबादी तीन माह से सह रही पेयजल संकट, जानिए पूरी खबर

locationबाड़मेरPublished: Aug 17, 2021 08:38:17 pm

जलमाफिया ने 25 फीसदी राशि बढ़ा दी, तीन माह से कई वार्डों में नियमित नहीं हो रही सप्लाई, विधायक समेत पार्षंद भी उठा चुके है मांग

drinking water problem in city

drinking water problem in city

भवानीसिंह राठौड़@बाड़मेर.
इंदिरा गांधी नहर में क्लोजर के डेढ माह बाद भी शहर में पेयजल को लेकर गंभीर किल्लत है। अधिकांश मोहल्लों में कई सप्ताह से पानी की एक बूंद तक नहीं आई है। ऐसे में लोग क्लोजर होने के बाद भी पेयजल किल्लत का दंश झेल रहे हैं।

शहर में पानी की खपत लगातार बढ़ रही है। जलदाय विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो शहर में 3 हजार जल उपभोक्ता है। विभाग की गाइडलाइन के अनुसार 240 लाख लीटर पानी की प्रतिदिन जरुरत है, लेकिन वर्तमान में विभाग के दावे के अनुसार 190 लाख लीटर पानी की सप्लाई हो रही है। यानि 50 लाख लीटर पानी कम मिल रहा है, जबकि शहर में हकीकत यह है कि लंबे समय से पानी की किल्लंत भंयकर है। ऐसे में पानी की सप्लाई नियमित नहीं मिल रही है। शहर में पानी को लेकर शहर में त्राहि-त्राहि के हालात हो गए है।
विधायक के वार्ड में गंभीर समस्या
शहर के सरदारपुरा स्थित वार्ड संख्या 01, जहां विधायक मेवाराम जैन का आवास है। वार्ड की दो दर्जन महिलाएं दो दिन पहले जलदाय विभाग पहुंची और आक्रोश व्यक्त किया। वार्ड में एक सात दिन से सप्लाई नहीं आ रही है। साथ वार्डवासियों का कहना है कि तीन माह से नियमित सप्लाई नहीं मिल रही है।
जल माफिया पर नहीं अंकुश
शहर के कई वार्ड में लंबे समय से जल माफिया सक्रिय है। आशंका है कि जलदाय विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते जलमाफिया बड़ी लाइनों से अवैध कनेक्शन लेकर मोटर से पानी खींच रहे है। जबकि विधायक,पार्षद सहित शहरवासी अवैध माफिया को लेकर आक्रोश व्यक्त कर चुके है।
विभाग : मुख्य लाइन थी लीकेज
इंदिरा गांधी नहर पानी शहर के जीरो पॉइंट पहुंचता है। यहां पानी पहुंचने से पहले पाइप लाइन में इसी माह तीन जगह लाइन टूट गई थी। ऐसी स्थिति में पानी की सप्लाई को समस्या हुई है, अब सप्लाई नियमित करने का विभाग दावा कर रहा है।
प्रतिघर 1000 रुपए व्यय बढ़ा
जलमाफिया ने किस तरह लाखों रुपए इस किल्लत में कमाए है इसका उदाहरण है कि प्रत्येक घर में महीने के दो से तीन टैंकर पानी डलवाया गया, जिसकी कीमत करीब एक हजार रुपए रही है। यह स्थिति पिछले समय में नहीं थी। कोरोना संकट से जूंझ रहे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए यह व्यय मुश्किल बढ़ा गया।

शहर एक नजर
– 1.50 लाख की आबादी है बाड़मेर शहर में
– 30000 है शहर में जल उपभोक्ता
– 55 है शहर में वाडज़्
– 190 लाख लीटर प्रतिदिन सप्लाई का दावा
– 240 लाख लीटर की प्रतिदिन जरुरत

महिलाएं बोली- गंभीर संकट
– वार्ड में पानी को लेकर गंभीर संकट बना हुआ है। कई दिनों से पानी की सप्लाई नहीं आई है। पानी की सप्लाई नहीं होने से वार्डवासी परेशान है। – भंवरीदेवी, सरदारपुरा
– 15 दिन हो गए है, पानी की सप्लाई नहीं आई है। महंगे दामों में पानी की टकियां डलवानी पड़ रही है। सरकार कोई सुनवाई करें। – जमना, लीलरिया धोरा
– पानी की समस्या को लेकर वाडज़् की महिलाएं एकत्रित होकर अफसरों को अवगत करवाया, फिर भी समाधान नहीं हुआ है। दूर तक कोई मददगार नहीं है। – मधु, शहरवासी
– कई सालों से पहली बार पानी को लेकर संकट है। जो लोग पानी का बिल नहीं भर रहे है, उन्हें पानी दिया जा रहा है। हमारे इधर गंभीर समस्या बनी हुई है। – स्वरूपीदेवी, शहरवासी।

– दो दिन का समय मांगा था
शहर में पानी के संकट को लेकर पाषज़्दों ने विधायक के नेतृत्व में कलक्टर व जलदाय विभाग के अधिकारियों को अवगत करवा दिया था। विभाग ने दो दिन का समय दिया था। दो दिन बीत गए है, समस्या जस की तस है। दुबारा विभाग को अवगत करवाया जाएगा। – दिलीप माली, सभापति, नगर परिषद, बाड़मेर
– समाधान कर रहे है।
जीरो पॉइंट से पहले लाइन में दो-तीन जगह लीकेज था, इसलिए पानी की सप्लाई अवरूद्ध हुई है। लीकेज सही करवा दिए गए है। अब नियमानुसार सप्लाई दे रहे है। जल्द समस्या का समाधान होगा। – जयराम, एईएन, जलदाय विभाग, शहर
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