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बिना टीकाकरण के कोविड सेंटर पर ड्यूटी

locationबाड़मेरPublished: May 18, 2021 12:19:20 am

Submitted by:

Dilip dave

शिक्षकों की बढ़ी चिंता
– माध्यमिक शिक्षा के अध्यापकों को नहीं लगी वैक्सीन, फिर भी कोविड रोकथाम का काम
– फ्रंट लाइन वर्कर की श्रेणी में नहीं होने से रह गए टीकाकरण से वंचित

बिना टीकाकरण के कोविड सेंटर पर ड्यूटी

बिना टीकाकरण के कोविड सेंटर पर ड्यूटी

बाड़मेर. कोरोना संक्रमण के बीच शिक्षकों की चिंता फिर से बढ़ गई जब कई जगह ऐसे शिक्षकों को कोविड केयर सेंटर, निगरानी समिति में लगा दिया जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है। माध्यमिक शिक्षा के तहत कार्यरत इन शिक्षकों को फ्रंट लाइन वर्कर नहीं मानने से उनका प्राथमिकता से टीकाकरण नहीं हुआ। ऐसे में जबकि कोरोना जिले में कहर बरपा रहा है तब इन शिक्षकों को कोरोना के खतरे के बीच ड्यूटी करनी पड़ रही है।ेजिलेे में पिछले एक-डेढ़ माह से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की तादाद बढ़ रही है। स्थिति यह है कि सरकारी अस्पताल फुल है तो अस्थायी कोविड केयर सेंटर में भी जगह नहीं बची है। वहीं, मरीजों के साथ रिश्तेदारों की आवाजाही होने से कोरोना का खतरा बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में जिले में कई जगह कोविड केयर सेंटर का जिम्मा शिक्षकों को सौंप दिया।
इन शिक्षकों को यह जिम्मेदारी दी तो पता चला कि अधिकांश शिक्षक ऐसे लगा दिए जिनका कोरोना टीकाकरण नहीं हुआ है। गौरतलब है कि जिले में करीब दस हजार शिक्षक माध्यमिक शिक्षा के तहत कार्यरत है जिसमें करीब चार हजार का टीकाकरण अब तक नहीं हुआ है।नहीं माना फ्रंट लाइन वर्कर- माध्यमिक शिक्षा के शिक्षकों को सरकार ने फ्रंट लाइन वर्कर नहीं माना। ऐसे में ये शिक्षक प्राथमिकता से टीकाकरण नहीं करवा पाए, हालांकि 45 साल से अधिक उम्र के शिक्षकों में से काफी ने तो आम नागरिक की तरह टीका लगवा लिया, लेकिन युवा शिक्षक अभी भी इससे वंचित है।बाड़मेर में पहले लगाई ड्यूटी विरोध पर हटाया- बाड़मेर में कोविड केयर सेंटर पर पहले शिक्षकों की निगरानी को लेकर ड्यूटी लगाई गई। इसके बाद शिक्षकों ने विरोध किया तो एक दिन बाद ही आदेश को निरस्त कर दिया।
हालांकि आदेश निरस्त तो हो गया लेकिन सवाल यह है कि अब तक इन शिक्षकों का टीकाकरण क्यों नहीं हुआ है। सरकार कब आदेश जारी करेगी।

फ्रंट लाइन वर्कर माने, करे टीकाकरण- कोरोनाकाल में माध्यमिक शिक्षा के अध्यापक भी फ्रंट लाइन वर्कर की तरह कार्य कर रह हैं। सरकार को इनको भी फ्रंट लाइन वर्कर मानना चाहिए। टीकाकरण के बिना किसी भी शिक्षक की निगरानी कमेटी, सर्वे समिति या अन्य कोरोना कार्य में ड्यूटी नहीं लगानी चाहिए।- बनाराम चौधरी, प्रदेशाध्यक्ष राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील
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