इससे भी बढ़कर चिंता इस बात को लेकर है कि लचर विद्युततंत्र में समय रहते सुधार नहीं हुआ तो कहीं कोई जन हानि न हो जाए। कुछ दिन पहले दूधवार सरहद में एक विद्युत पोल ने पशुपालक को हजारों रुपए का नुकसान दे दिया, जब उसकी दो भैंसें करंट की चपेट में आकर मर गई।
छोटा ईटादिया गांव में एक डीपी से एक भैंस मौत का शिकार हो गई। ईटादा में दो पोल के बीच ढ़ीले तारों की चपेट में आने से एक ऊंटनी की मौत हो गई तो घोनियां में एक पोल के ताण में प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आने से दो बकरियां मौत के मुंह में समा गई।
ये घटनाओं से यह साबित हो गया कि डिस्कॉम विद्युतंत्र दुरुस्तीकरण में कहीं न कहीं ढील रख रहा है, जिसका खामियाजा पशुपालकों को पशुओं की मौत के रूप में चुकाना पड़ रहा है।
लम्बे समय से नहीं मरम्मत-
लम्बे समय से नहीं मरम्मत-
ग्रामीणों के अनुसार गांवों में ढीले तार, खुले तार, डीपी, टूटे विद्युत पोल लम्बे समय से हैं। बरसात से पूर्व ग्रामीण कई बार इनको सही करने की मांग कर चुके हैं, जिससे की बारिश के दौरान कोई हादसा न हो, लेकिन डिस्कॉम के अधिकारी व कार्मिक ध्यान नहीं दे रहे। एेसे में पहली बारिश में ही क्षतिग्रस्त पोल व झूलते तारों ने पशुओं को चपेट में ले लिया।
और इधर… पांच दिन से पेयजल आपूर्ति ठप शिव . राजड़ाल में जलदाय विभाग का पम्प रूम खराब होने से कई गांवों में जलापूर्ति नहीं हो रही।
ग्रामीणों ने बताया कि राजडाल,देवका, खोडाल, जुणेजों की ढाणी, मती का गोल,उटल, बोरासर, बरियाड़ा, गोमटियों की ढाणी, पुषड सहित कई गांव व ढाणियों में पिछले पांच दिन से पेयजल आपूर्ति नही हो रही है। इस संबंध में जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता भूराराम धनदे ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में वोल्टेज नहीं आने से पम्प रूम की मोटर शुरू नहीं हो रही, जिसके चलते पेयजल आपूर्ति ठप है।
ग्रामीणों ने बताया कि राजडाल,देवका, खोडाल, जुणेजों की ढाणी, मती का गोल,उटल, बोरासर, बरियाड़ा, गोमटियों की ढाणी, पुषड सहित कई गांव व ढाणियों में पिछले पांच दिन से पेयजल आपूर्ति नही हो रही है। इस संबंध में जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता भूराराम धनदे ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में वोल्टेज नहीं आने से पम्प रूम की मोटर शुरू नहीं हो रही, जिसके चलते पेयजल आपूर्ति ठप है।