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महंगा चारा, पशुओं को राम भरोसे छोड़ रहे पशुपालक

locationबाड़मेरPublished: Apr 13, 2019 09:39:38 pm

Submitted by:

Dilip

– चारा, पानी की तलाश में भटक रहे मवेशी- कमजोर पशुधन के लिए जानलेवा साबित हो रही भीषण गर्मी
– भूख व प्यास से परेशान पशु तोड़ रहे दम

महंगा चारा, पशुओं को राम भरोसे छोड़ रहे पशुपालक

महंगा चारा, पशुओं को राम भरोसे छोड़ रहे पशुपालक


बालोतरा.

जिले व क्षेत्र में इस वर्ष पड़े अकाल व प्रदेश सरकार के पशु शिविर, चारा डिपो नहीं खोलने से पशुपालकों की हालत खस्ता है। महंगे चारे पर पशुपालक पशुओं को राम भरोसे छोड़ रहे हैं। इस पर गर्मी में बेसहारा पशु चारा- पानी की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं। कमजोर पशु अब दम तोड़ रहे हैं।
बाजार में 13 से 14 रुपए प्रति किलो सूखा चारा बिकने पर कई पशुपालक अब पशुओं को राम भसोसे छोड़ रहे हैं। इस पर गांवों में बेसहारा पशु चारा-पानी की तलाश में भटक रहे हैं। भूख व प्यास से कमजोर हुए कई पशु अब दम तोड़ रहे हैं। इससे पशुपालक बहुत परेशान है। इनके अनुसार शीघ्र ही पशु शिविर व अनुदान आधारित पशु चारा डिपो नहीं खोले गए तो पशुओं को बचाना मुश्किल हो जाएगा।
पशुशिविर की मांग, नहीं दिया जा रहा ध्यान – कई माह से पशु शिविर, चारा डिपो खोलने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कार्यवाही के नाम पर आश्वासन मिल रहे हैं। महंगे चारा पर पशुओं को पालना व बचाना मुश्किल हो गया है। इस पर गर्मी जानलेवा साबित हो रही है। सरकार शीघ्र शिविर व डिपो खोलें। – गौतम माली, गोशाला संचालक
चौदह रुपए किलो में चारा- अकाल पर चारा 13 से 14 रुपए प्रतिकिलो भाव मिल रहा है। वह भी आसानी से नहीं मिल रहा है। समझ में नहीं आ रहा कि महंगा चारा खरीदकर पशुओं को पाले अथवा घर चलाएं। भूख व प्यास से पशु कमजोर हुए जा रहे हैं। सरकार पशुओं को बचाने के लिए शिविर, चारा डिपो खोलें। – मंगलाराम चौधरी, पशुपालक
बाड़मेर में राहत, 151 ग्राम पंचायतों में चारा डिपो शुरू

बाड़मेर पत्रिका
बाड़मेर जिले में आपदा एवं प्रबंधन विभाग के अनुमोदन के उपरांत 151 ग्राम पंचायतों में चारा डिपो प्रारंभ कर दिए गए है। आपदा एवं प्रबंधन विभाग की ओर से चारा परिवहन की अनुदान की दरों का अनुमोदन भी कर दिया गया है।
अभाव संवत 2075 के दौरान आपदा एवं प्रबंधन विभाग ने बाड़मेर समेत अन्य प्रभावित जिलों के अभावग्रस्त क्षेत्रों में राहत गतिविधियों के तहत पशु संरक्षण गतिविधियों के लिए आनलाइन आवेदन करने के निर्देश दिए थे। ग्राम पंचायतों की ओर से किए गए आनलाइन आवेदनों के विरूद्व 409 चारा डिपो की स्वीकृति की जा चुकी है। पशुपालकों के लिए चारे की क्रय दर का निर्धारण किया है। इसके अलावा आपदा एवं प्रबंधन विभाग की ओर से चारा परिवहन अनुदान की दरें निर्धारित की गई है। इसके तहत 51 से 100 किमी के लिए 150 रूपए, 101 से 200 किमी 165 रूपए, 201 से 350 किमी 190 रूपए, 351 से 500 किमी 225 रूपए एवं 500 से अधिक किमी की दूरी के लिए प्रति क्विंटल 250 रूपए अनुदान राशि निर्धारित की गई है। गन्ने के अतिरिक्त हरे चारे के लिए 100 रूपए प्रति क्विंटल अनुदान दिया जाएगा। परिवहन व्यय अनुदान के रूप में दिया जाएगा। जिला स्तर से पूर्व में जिन गौशालाओं को पशु शिविर गौशालाओं को पशु शिविर घोषित किया गया था। उनमें अकाल अवधि के दौरान लघु एवं सीमांत काश्तकारों की ओर से छोड़े गए पशुओं को नियमानुसार अनुदान देने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति पूर्व में जारी की जा चुकी है।
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