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सड़क के नीचे दब गई सुविधाएं?

locationबाड़मेरPublished: Sep 17, 2017 09:21:38 pm

Submitted by:

Dilip dave

केबल, सीवरेज व पेयजल लाइन नहीं हटाने से बढ़ी परेशानी

Facilities suppressed under the road?

बालोतरा.पचपदरा रोड पर सड़क के नीचे क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन से रिसता पानी।

सड़क के नीचे दब गई सुविधाएं?

– केबल, सीवरेज व पेयजल लाइन नहीं हटाने से बढ़ी परेशानी

– सड़क बनने के बाद मरम्मत को लेकर होगी दिक्कत

बालोतरा .

राष्ट्रीय राजमार्ग से नगरीय सड़क में तब्दील हुई सड़क के नीचे विभागीय लापरवाही के चलते शहरी सुविधाएं जमीदोज हो गई। इस सड़क के नीचे से गुजरने वाली पेयजल, सीवरेज, केबल को बगैर हटाए रोड निर्माण करने पर यह स्थिति हुई है। इतना ही नहीं पेयजल लाइन को नुकसान होने पर सड़क में पानी का रिसाव हो रहा है, जिससे राहगीरों व वाहन चालकों दिक्कत हो रही है।
नगर में राष्ट्रीय राजमार्ग की ओर से पूर्व में राजमार्ग के रहे भाग पर सड़क निर्माण करवाया जा रहा है। पूर्व के वर्षों में जोधपुर– बाड़़मेर राष्ट्रीय राजमार्ग नगर के पचपदरा रोड, पुराना बस स्टैण्ड, खेड़ रोड़, दुदवा होते हुए गुजरता था। शहर की बढ़ी आबादी व बढ़े यातायात पर बाद में इसे पचपदरा से दूदवा होते हुए बाड़मेर से जोड़ा गया। एेसे में शहर से गुजरने वाले मार्ग को नगरपरिषद को हैंड ओवर कर दिया, इस मार्ग का अब राष्ट्रीय राजमार्ग 19 करोड़ खर्च कर निर्माण करवा रहा है।
अनदेखी पड़ेगी भारी- कार्यकारी एंजेसी राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों ने यहां कार्य तो आरम्भ कर दिया, लेकिन पेयजल लाइन, सीवरेज व केबल को स्थानांतरित नहीं किया। इस पर सड़क के नीचे से पेयजल, सीवरेज लाइन क्षतिग्रस्त व चॉक होने, विद्युत व केबल कटने पर मरम्मत का कार्य आसान नहीं होगा। वर्तमान की स्थिति यह है कि
प्रथम रेल फाटक से खेड रोड की ओर दो पेयजल लाइनें बिछी हुई हैं। सड़क निर्माण पर कई जगह पेयजल लाइन धंस व टूट गई है। इस पर पेयजल आपूर्ति दौरान हर बार सड़क पर पानी बहता है। इससे राहगीरों व आमजनों को परेशानी होती है।
आगे भी परेशानियां बढ़ेगीञ बड़े कार्य पर कार्यकारी एंजेसी को सड़क के नीचे से गुजरने वाली पेयजल, सीवरेज,विद्युत लाइन, केबल आदि को स्थानांतरित करना होता है। शहर में ऐसा नहीं किया गया। जोधपुर रोड पर सड़क नीचे दबी कई पेयजल लाइनें टूट गई हैं। मजबूत सड़क बनने पर मरम्मत संभव नहीं है। आगे ओर परेशानियां बढ़ेगी यह तय है। – बी. एल. मीणा, अधिशासी अभियंता जलदाय विभाग
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