पुलिस थाना सांचौर में कार्यरत कांस्टेबल दशरथसिंह की पत्नी मधुकंवर ने गांधीनगर बाड़मेर में पांच वर्षीय बेटी दुर्गा व दो वर्षीय पुत्र मोतीसिंह के साथ 1 अप्रेल को पारिवारिक कलह को लेकर टांके में कूद आत्महत्या कर ली थी। इस घटना ने दशरथसिंह को तोड़ दिया और वह परेशान चल रहा था। वह बुधवार रात को ही कार्यस्थल सांचौर थान से चला गया था। गुरुवार सुबह निकटवती पालड़ी गांव की सरदह में नर्मदा की मुख्य कैनाल में कूदकर आत्महत्या की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कैनाल से बाहर निकालकर सांचौर अस्पताल लाया गया। यहां परिवारजन को सुपुर्द किया गया।
कलह ने परिवार उजाड़ा शहर के गांधीनगर निवासी दशरथसिंह का भरापूरा परिवार था। मां-पिता और एक भाई का परिवार। दशरथसिंह करीब छह माह पूर्व तक पत्नी व बच्चों के साथ सांचौर में ही रहता था। माता-पिता और भाई का परिवार साथ था। कुछ समय पूर्व भाई का परिवार अलग हो गया। इसके बाद दशरथसिंह का परिवार यहां आ गया था। कुछ समय बाद उसके पिता की मृत्यु हो गई। इस पर घर पर मां अकेली थी तो दशरथसिंह ने अपने परिवार को यहीं रख दिया। बताया जाता है कि इसको लेकर पति-पत्नी में तनाव था। पत्नी फिर से उसके साथ जाना चाह रही थी। इस पारिवारिक कलह के चलते 1 अ्रपेल को पत्नी मधुकंवर दोनों बच्चों के साथ टांके में कूद गई।
पहले नहीं हुआ मामला दर्ज मधुकंवर की मृत्यु के बाद उसके परिजन जोधपुर से यहां आए और परिवारजनों के साथ बातचीत हुई। मृतका का पोस्टमार्टम होने के बाद अंतिम संस्कार परिजन की मौजूदगी में हुआ लेकिन बाद में परिजनों ने दहेज हत्या का मामला दर्ज करवा दिया। इसमें दशरथसिंह सहित परिवार के अन्य सदस्यों को आरोपित बनाया गया। दशरथसिंह पर हत्या के लिए मजबूर करने का आरोप था। परिवार में कलह और उसके बाद इस तरह आरोप लगने से लगातार परेशान चल रहा था। इस मामले की जांच बाड़मेर डिप्टी ओमप्रकाश उज्जवल कर रहे हैं।