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चोरियां होने का डर सताता, लम्बे समय से समस्या, नगरपरिषद मौन

locationबाड़मेरPublished: Nov 20, 2018 10:44:45 am

Submitted by:

Mahendra Trivedi

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Fear of being a thieves, problems from a long time, municipal council

Fear of being a thieves, problems from a long time, municipal council

रात्रि में होते हादसे : चोरियां होने का डर सताता, लम्बे समय से समस्या, नगरपरिषद मौन
औद्योगिक नगरी की रोडलाइट है कि दुरुस्त ही नहीं हो रही!
बालोतरा . नगर में लंबे समय से रोडलाइट व्यवस्था बिगड़ी हुई है, इससे आवागमन में लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। व्यस्ततम मार्गों पर हादसे घटित होते हैं। बावजूद इसके व्यवस्था रखरखाव के लिए जिम्मेदार नगर परिषद के अधिकारी आंखें मंूदे बैठे हुए हैं। इससे शहरवासियों में रोष है।
नगर के समदड़ी रोड, रेलवे जीरो फाटक, राजाराम छात्रावास, रामेश्वर महादेव मंदिर आदि स्थानों पर लंबे समय से रोडलाइट व हाइमास्ट लाइट बंद है। इस पर रात्रि में आवागमन को लेकर आमजन को परेशानियां उठानी पड़ती हैं। वाहन चालकों के सावधानी पूर्वक वाहन चलाने के बावजूद अंधेरे की वजह से हादसे होते हंै। चालक व सवार चोटिल होते हंै। सर्दी में बंद रोडलाइट व सूनापन पर रहवासियों को चोरियां होने का डर सताता है। रोडलाइट व हाइमास्ट लाइट के बंद होने से परेशान रहवासी नगर परिषद प्रशासन को अनेक बार समस्या से अवगत करवा चुके हैं, लेकिन अधिकारी इन्हें शीघ्र ही ठीक करवाने का रटारटाया जबाब देते हैं, लेकिन समाधान नहीं कर रहे। एेसे में आमजन हर दिन परेशानी से रुबरु हो रहा है।
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सरकारी उदासीनता
जन्म प्रमाण पत्र में त्रुटि, पिता 11 माह से लगा रहे चक्कर
बेटी को नहीं मिल रहा सरकारी योजना का लाभ
रामसर . ग्राम पंचायत सेतराऊ निवासी एक पिता अपनी बेटी के जन्म प्रमाणपत्र को सही करवाने के लिए बीते 11 माह से ग्राम पंचायत के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
पिता वेदप्रकाश का कहना है कि उन्होंने अपनी बेटी तमन्ना के जन्म प्रमाण पत्र के लिए 21 दिन की अवधि में ऑनलाइन आवेदन किया। इसके बाद प्रमाण पत्र तो बन गया, लेकिन उसके ***** संबंधी त्रुटि रह गई। इसे सुधारने के लिए उन्होंने दिसम्बर 2017 में आवेदन किया, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे में बालिका को ममता कार्ड के अनुसार मिलने वाली सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। उन्होंने बताया कि दूसरी किस्त आने वाली है। इसके चलते अभी बच्ची का जन्म पंजीयन नहीं बना है। इस वजह से उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है।
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