उन्होंने पुलिस व दमकल को सूचना दी, हालांकि आग पर काबू पाने तक दमकल वाहन मौके तक नहीं पहुंच पाया। कानाराम पुत्र सोनाराम प्रजापत की ढाणी में आग लगने के दौरान कानाराम अपने परिवार के साथ पास खेत में काम कर रहा था। लपटें देख जब परिवार पहुंचा तो आग ने विकराल रूप ले लिया था।
आसपास से लोग भी पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास किया। इस दौरान सूचना पर बिजराड़ पुलिस व हल्का पटवारी भी पहुंचे और मौका फर्द तैयार की। हालांकि दमकल समय पर नहीं पहुंच पाई, जिससे आग पर काबू पाने में लोगों को
दिक्कत हुई। दो घण्टे देरी से पंहुची अग्निशमन-
आग की सूचना अग्निशमन बाड़मेर कन्ट्रोल रूम को देने के बाद 75 किलोमीटर दुरी तय कर दो घंटे देरी से अग्निशमन मौके पर पहुंची। तब तक पूरा घर जलकर स्वाह हो चुका था।
आग की सूचना अग्निशमन बाड़मेर कन्ट्रोल रूम को देने के बाद 75 किलोमीटर दुरी तय कर दो घंटे देरी से अग्निशमन मौके पर पहुंची। तब तक पूरा घर जलकर स्वाह हो चुका था।
ग्रामीणों ने दी सहायता- आग से ढाणी, घरेलू सामान, नकदी व गहने जलने पर पीडि़त परिवार आसमां तले आ गया। इसपर परिवार के मुखिया कानाराम को मौके पर ग्रामीणों ने 12500 रुपए नगद, अनाज, बर्तन व बिस्तर के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान की। इस दौरान लिखमाराम जांदू, कानगिरी स्वामी, ओमप्रकाश बेनीवाल, ठाकरनाथ उपस्थित रहे।
और इधर… समेत झूलते विद्युत तार से अनहोनी का डर रामसर. गांधीनगर खड़ीन में झूलते विद्युत तार हादसे को न्योत रहे हैं। लोग अपने मकानों तक विद्युत कनेक्शन विद्युत खम्भे नहीं लगे होने पर बांस बल्लियों के सहारे तार ले जाकर जोड़ रहे हैं।
जमीन से मात्र चार-पांच फीट की ऊंचाई पर लटकते विद्युत तार से हादसे को लेकर आमजन चिंतित है, लेकिन डिस्कॉम ध्यान नहीं दे रहा। कहीं-कहीं तो विद्युत तार झाडि़यों को छूकर निकल रहे हैं। ग्रामीण आसूराम के अनुसार कई बार अवगत करवाने पर भी विभाग न तो पोल लगा रहा है और ना ही विद्युत तंत्र दुरुस्त कर रहा है।