अंग्रेजी के पर्चे पर ही इनको उत्तर लिखे लिखाए मिल गए थे। 6 कमरों में इन परीक्षार्थियों की नकल पर कोई ध्यान नहीं दे रहा था। बड़ा प्रकरण सामने आने के बाद उडऩदस्ते ने नकल प्रकरण बनाकर बोर्ड को भेज दिया है।
दसवीं बोर्ड की परीक्षा प्रारंभ होते ही गुरुवार को जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सियाणी में 151 परीक्षार्थियों में से 35 छात्रों के पास नकल की सामग्री पकडऩे का बड़ा मामला सामने आया। यहां बोर्ड का उडऩदस्ता पहुंचा। प्रभारी ने जैसे ही प्रश्न पत्र पर नजर डाली तो प्रश्न के पास की खाली जगह पर उत्तर लिखे थे।
नजर पड़ते ही उडऩ दस्ते ने सभी कमरों में एक साथ टीम भेजकर जांच की तो 35 छात्रों के पास इसी तरह प्रश्नपत्र पर उत्तर लिखे हुए थे। उडऩदस्ता प्रभारी जितेन्द्र पालीवाल ने कार्रवाई कर सभी प्रकरण बनाकर बोर्ड को भेज दिए हैं।
यह थी केन्द्र पर व्यवस्था यह केन्द्र संवेदनशील है। यहां नकल रोकने के लिए 6 कक्ष में 06 वीक्षक नियुक्त थे। दो सुपरवाइजर , एक माइक्रो आब्र्जवर और चार उडऩदस्ते जिले में है। केन्द्राधीक्षक और अतिरिक्त केन्द्राधीक्षक संपूर्ण व्यवस्था को लेकर जिम्मेदार हैं।
माइक्रो ऑब्जर्वर आए ही नहीं
माइक्रो ऑब्जर्वर संवेदनशील केन्द्र पर ही नियुक्त होते हैं। माइक्रो ऑब्जर्वर केन्द्र पर आए ही नहींं और विभागीय अधिकारियों का कहना है कि उनको कॉल किया जिसका जवाब नहीं दिया गया। माइक्रो ऑब्जर्वर जिला कलक्टर की ओर से नियुक्त है।
सीसीटीवी कैमरे भी केन्द्र संवेदनशील होने से सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। इसके बावजूद प्रश्न पत्र पर ही उत्तर उतारकर दे दिए गए। सभी छात्रों को सामूहिक नकल करवाने के इस प्रकरण की अब जांच हो रही है।
मामला बनाकर भेजा
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सियाणी में नकल का प्रकरण सामने आया। सभी 35 परीक्षार्थियों के खिलाफ प्रकरण बनाकर बोर्ड को भेजा गया है। – डालूराम चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक