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चार साल बाद मिली सेफ्टी शूज की सुरक्षा,राजस्थान पत्रिका की खबर का हुआ असर

locationबाड़मेरPublished: Jan 14, 2018 11:31:49 am

Submitted by:

Moola Ram

– 2324 शूज खरीदने के आदेश जारी, अब नंगे पांव नहीं करना होगा फॉल्ट सही
– 22 लाख 05 हजार से ज्यादा की राशि होगी व्यय

four years later,Safety of Safety Shoes

Found four years later Safety of Safety Shoes

बाड़मेर.चार साल से बिना सुरक्षा के विद्युत तंत्र दुरुस्त करने वाले जिले के 2324 कार्मिकों को लेकर आखिरकार डिस्कॉम ने सुध ली है। डिस्कॉम ने अब इनकी सुरक्षा को लेकर सेफ्टी शूज की खरीद की स्वीकृति दे दी है। इन की खरीद पर 22 लाख 5 हजार से ज्यादा खर्च होंगे। इस घोषणा के बाद कर्मचारियों को अब फॉल्ट दुरुस्त करते वक्त अनहोनी की आशंका कम रहेगी। डिस्कॉम वृत्त बाड़मेर में लम्बे समय से तकनीकी कर्मचारियों की सुरक्षा भगवान भरोसे थी। इन कार्मिकों को विद्युत पोल पर फॉल्ट दुरुस्त करते समय सेफ्टी शूज की दरकार रहती है, लेकिन यहां चार साल से मिले ही नहीं थे। एेसे में कार्मिक साधारण शूज पहन कर विद्युत तंत्र दुरुस्त कर रहे हैं। इसके चलते हर वक्त करंट का खतरा सताता रहता है। कार्मिकों की मांग के बावजूद लम्बे समय से इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा था। इसको लेकर राजस्थान पत्रिका ने 6 दिसम्बर को ‘सेफ्टी शूज के बिना खतरा मोल ले रहे विद्युतकर्मीÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर इस पीड़ा को उजागर किया था। इसका असर यह हुआ कि डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता सहित अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई को तेज किया। इस दौरान कार्मिकों से शूज की तादाद और नम्बर मांगे गए। इस आधार पर डिस्कॉम ने शूज को लेकर आदेश जारी किए हैं। 2324 कार्मिकों को सेफ्टी शूज दिए जाएंगे,जिसकी कीमत 22 लाख 05 हजार 452 रुपए होगी। प्रति शूज कीमत 948.99 रुपए आंकी गई है।
खबर का असर- 1 व 6 दिसम्बर के अंक में प्रकाशित समाचार की ईपीएस लगाएं

– जीएसएस की कवायद भी जारी, करवाई राशि जमा

जीएसएस को लेकर राशि जमा- शहर के महावीर नगर में जीएसएस की चार दिवारी को लेकर भी पत्रिका ने 1 दिसम्बर को समाचार प्रकाशित किया था। डिस्कॉम ने नगरपरिषद को जीएसएस की जमीन को लेकर 9 लाख 53 हजार रुपए की राशि दे दी है। इसके बाद अब नगरपरिषद इस जमीन को डिस्कॉम के नाम करवाएगी। एेसा होने के बाद डिस्कॉम यहां चार दिवारी सहित कार्यालय व अन्य जरूरी निर्माण कार्य करवाएगी। वहीं, जिले के अन्य चार दिवारी विहीन जीएसएस को लेकर भी निर्देश दिए गए कि अतिशीघ्र जमीन का आवंटन डिस्कॉम के नाम करवाया जाए, जिससे की चार दिवारी का निर्माण हो सके।
कार्मिकों को मिलेगी राहत- लम्बे समय से सेफ्टी शूज को लेकर मांग कर रहे थे। अब खरीद के आदेश जारी होने से उम्मीद बंधी है कि जल्दी ही सेफ्टी शूज मिल जाएंगे।– रमेश पंवार, प्रवक्ता राजस्थान विद्युुत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन
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