यह है प्रोजेक्ट 16 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पचपदरा के सांभरा में रिफाइनरी का कार्य शुभारंभ किया। राजनीति में उलझी रिफाइनरी को लेकर सारे बादल छंटने और कार्य को चार साल में ही पूरा करने का सपना दिखाया गया। केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने तो यहां तक कहा कि पांच सौ करोड़ के कार्य तुरंत शुरू हो जाएंगे लेकिन यहां धरातल पर तीन-चार करोड़ के काम होते दिख रहे हैं।
कुछ भी बड़ा परिवर्तन नहीं रिफाइनरी निर्माण स्थल पर शुरूआती दो माह तक कुछ भी कार्य नहीं हुआ। इसके बाद विधानसभा में सवाल उठने लगे तो जवाब के लिए यहां चार दीवारी और भवन निर्माण के कुछ कार्य प्रारंभ किए गए हैं। इसमें रिफाइनरी का बड़ा काम कोई नजर नहीं आ रहा है। इसी तरह चलता रहा तो चार साल में नहीं बन पायेगी रिफाइनरी
जमीनों के दाम भी स्थिर रिफाइनरी के कार्य को लेकर लोगों की असमंजस की स्थिति का आकलन इसी से हो रहा है कि यहां जमीनों के दाम अभी भी स्थिर हैं। रिफाइनरी प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने के बावजूद स्थानीय लोग और बाहर से भी कोई यहां की जमीन में रुचि नहीं ले रहा है।
फेक्ट फाइल
16 जनवरी को प्रधानमंत्री ने किया कार्य शुभारंभ
43 हजार करोड़ का है प्रोजेक्ट
04 साल में कार्य पूर्ण होने का किया है वादा
500 करोड़ के कार्य शुरू करने का दिया था आश्वासन
16 जनवरी को प्रधानमंत्री ने किया कार्य शुभारंभ
43 हजार करोड़ का है प्रोजेक्ट
04 साल में कार्य पूर्ण होने का किया है वादा
500 करोड़ के कार्य शुरू करने का दिया था आश्वासन