दिल्ली से कॉलेज की 23 लड़कियों का एक ग्रुप गुरुवार को दिल्ली से रवाना हुआ। तृतीय श्रेणी एसी कोच में सुरक्षित यात्रा की उम्मीद से चढ़े छात्राएं टूर को लेकर काफी उत्साहित थी। इसी कोच में दस से अधिक फौजी बैठे थे। इन लोगों ने रेल रवाना होने के बाद शराब पीना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में नशा चढ़ा तो अपशब्द बोलने लगे। इस पर ग्रुप की लड़कियों ने एेतराज किया तो झगडऩे पर उतारू हो गए। लड़कियों ने अपने परिजनों को इसके फोटो व घटना की जानकारी दी तो वे चिंतित हो गए। उन्होंने आरपीएफ, रेलवे के हेल्प लाइन व पुलिस को जानकारी दी लेकिन चलती रेल में मदद को लेकर किसी ने तत्परता नहीं दिखाई। इस पर दिल्ली के एक अभिभावक ने तुरंत रेलमंत्री को ट्वीट किया और साथ ही उनकी बेटी की ओर से भेजे गए फोटो भी अटैच कर दिए। रेल मंत्री के पास ट्वीट का पांच मिनट में जवाब दिया और घटना की जानकारी लेते हुए आश्वस्त किया कि तुरंत कार्रवाई हो रही है।
मंत्री के निर्देश पर तुरंत कार्रवाई मंत्री के निर्देश मिलते ही रेल में मौजूद आरपीएफ के जवान कोच में पहुंचे और इसी बीच जयपुर स्टेशन पर राजस्थान पुलिस भी पहुंच गई। जयपुर डीआरएम सहित रेलवे का स्टाफ भी तैयार खड़ा था। यहां दिल्ली-जैसलमेर रेल पहुंचते ही संबंधित कोच में पहुंचकर नशे में धुत फौजियों पुलिस पकड़कर ले गई। इसके बाद ग्रुप की लड़कियों को आश्वस्त किया गया कि वे सुरक्षित है। यहां से आरपीएफ के जवानों को सुरक्षा के लिहाज से एसी कोच में बैठा दिया गया।