उत्तर-पश्चिम रेलवे जयपुर महाप्रबंधक आनंद प्रकाश सोमवार को रेलवे स्टेशन बालोतरा पहुंचने के निर्धारित समय से एक घंटे देरी से पहुंचे। 2.30 बजे महाप्रबंधक के बालोतरा पहुंचने पर विभिन्न संगठनों, संस्थाओं के पदाधिकारियों, सदस्यों ने उन्हें साफा व माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने मण्डल रेल प्रबंधक जोधपुर आशुतोष पंत व अन्य रेल अधिकारियों के साथ सर्वप्रथम रेलवे के आवासीय परिसर का निरीक्षण किया।
अधिकांश आवासों पर ताला लगा होने पर उन्होंने आश्चर्यजताया। इसका कारण पूछने पर अधिकारी संतोष पूर्णजबाब नहीं दे पाए। उन्होंने आवास मीटरगेज या आमान परिवर्तन दौरान बने, कितने बने, किससे बने आदि के बारे में सवाल पूछे। अधिकारियों ने बताया कि 103 आवास है। इसके बाद एक खुले आवास पर आवाज देकर अंदर से किसी को बुलाया। बाहर आईमहिला से परेशानियों के बारे में पूछा। इस पर उसने गेट टूटे होने की बात कही। उन्होंने अधिकारियों को इसे तैयार करवाने को कहा। आवास के पीछे चारदीवारी की बजाए फैसिंग होने को लेकर उन्होंने कहा कि कहीं कोईअतिक्रमण तो नहीं कर रहा है। अधिकारियों ने अतिक्रमण होने से इंकार किया। फुटब्रिज से होकर पहले प्लेटफार्मपर पहुंचने को लेकर उन्होंने प्लेटफार्म की बनी सीढिय़ों को लेकर असंतुष्टि जताई। कहा कि यह डासिंग स्टेट की तरह है। इससे कोई गिर सकता है। इससे सही करवाएं।
फुटब्रिज पर कई स्थानों पर पीक के निशान नजर आने पर उन्होंने स्वच्छता के लिए इन पर पीकदान लगाने को कहा। पानी की टंकी नजर आने पर पूछा की सप्लाईकहां से होता है। अधिकारियों ने जलदाय विभाग से होना बताया। इस पर टंकी के छोटी होने पर कहा कि इसमें तो नाम मात्रस्टोरेज होता है। पूरे प्रेशर से पानी नहीं पहुंचता होगा। कार्मिकों को परेशानी होती होगी। बड़ी टंकी बनाएं व व्यवस्था अच्छी करें। कहा कि सप्लाई किए जाने वाले पानी की जांच रेलवे की ओर से की जाती है या नहीं। अधिकारी संतोषप्रद जबाब नहीं दे पाए। उन्होंने पानी की जांच करवाने को कहा।इसके बाद उन्होंने रेलवे प्रतीक्षालय का निरीक्षण किया। व्यवस्थाओं को देखा- परखा। रेलवे स्टेशन अधीक्षक कक्ष का अवलोकन किया।
सूत्रों के अनुसार रेलवे स्टेशन अधीक्षक के रेलमार्ग के नजदीक के चिकित्सालयों के टेलिफोन सही नहीं बताने को लेकर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। रेलवे स्टेशन प्रवेशद्वार पर रेम्प नहीं बने होने को लेकर उन्होंने कहा कि दिव्यांगों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। अधिकारियों ने दूसरे गेट पर रेम्प बने होने की जानकारी दी, तब उन्होंने कहा कि क्या दिव्यांग टिकट, व आरक्षित टिकट लेकर दूसरे गेट से जाएगा। यह सही नहीं है। उन्होंने सामान्य यात्रियों के लिए बने प्रतीक्षालय में बगैर सहारे की लगाई बैंचों को अनुचित बताया। कहा कि इससे यात्रियों को परेशानी होगी। उन्होंने बैक बैंच लगाने के निर्देश दिए। रेलवे स्टेशन के बाहरी परिसर के निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन ओवरब्रिज नजर आने पर उन्होंने कहा कि प्रवेश गेट के सामने बनाने से परेशानी तो नहीं होगी। यह ओवरब्रिज किस ओर से जाएगा, कैसा बनेगा आदि आदि को लेकर उन्होंने कईसवाल किए। इसके बाद अधिकारी को इससे संबंधित फाइल प्रस्तुत करने को कहा। इसके बाद उन्होंने रेलवे स्टेशन के प्रथम रेलवे प्लेटफार्म का निरीक्षण किया। प्याऊएं बनी होने पर संतोष व्यक्त किया। रेलवे की बनी प्याऊओं के नल को शुरू करवाकर देखा की इनमें पानी आ रहा है या नहीं।
इस दौरान बाड़मेर-जोधपुर साधारण रेलगाड़ी के पहुंचने व इससे बड़ी संख्या में यात्री उतरने व सवार होने पर उन्होंने भीड़ को लेकर आश्चर्यजताया। अधिकारियों से पूछा कि आज ही यात्रियों की इतनी भीड़ हैया सामान्य दिनों में इतनी रहती है। अधिकारियों ने सामान्य दिनों में भी इतनी भीड़ रहने व पर्वदिनों में इससे कईअधिक भीड़ रहने की बात कही। इस पर उन्होंने अधिकारियों को अधिक भीड़भाड़ वाली सवारियों से भरी रेलगाडिय़ों के बालोतरा रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त समय ठहराव करने को कहा। इससे की कोईहादसा नहीं हों।