नाबार्ड के तहत बाड़मेर जिले में चार परियोजना भारत सरकार के वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रायल प्रोजेक्ट को वर्ष-2019 में स्वीकृति मिली। परियोजना के तहत शिव व सिवाना विधानसभा क्षेत्र में बंजर पड़ी धोरों के बीच 5 हजार से अधिक बीघा जमीन पर हरियाळी विकसित करने के लिए 76 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है। प्रोजेक्ट के तहत जल शक्ति मंत्रालय की ओर से सर्वे कार्य किया जा रहा है। साथ ही विभाग ने प्रोजेक्ट के तहत फैसिंग कार्य शुरू करवाया है।
ग्रामीणों को मिलेगा रोजगार
प्रोजेक्ट के तहत चार जगह हजारों की संख्या में पौधारोपण किया जाएगा। साथ बाघवानी, उद्यमिता विकास को लेकर प्रयास होंगे। साथ ही ग्रामीणों को रोजगार दिलाने के उद्देश्य से विभिन्न प्रजाति की घास की बड़े स्तर पर बुवाई होगी।
यह है प्रोजेक्ट प्रमुख उद्देश्य
– नर्सरी विकास
– वन नर्सरी से प्रचार का संग्रह और पौधे की खरीद
– वर्मी कम्पोस्टिंग/ खेत की खाद
– सिंचाई सुविधाएं
– बीज, उपकरण और अन्य सामग्री को स्टोर करने के लिए फील्ड स्टेशन
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क्षेत्र का नाम – भूमि
परिहारों की ढाणी (सिवाना) – 300 हेक्ट.
भीमगोड़ा (सिवाना) – 350 हेक्ट.
खुड़ाणी ए (शिव) – 250 हेक्ट.
खुड़ाणी बी (शिव) – 300 हेक्ट.
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– प्रोजेक्ट को स्वीकृति मिली है
नाबार्ड के तहत चार जगह वन क्षेत्र को विकसित करने के लिए केन्द्र सरकार ने 76 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी की है। जिसकी डीपीआर तैयार करवाई जा रही है। प्रथम किश्त में 16 करोड़ रुपए का बजट भी मिली है। फैसिंग कार्य जारी है। – संजय भादु, डीएफओ, वन विभाग, बाड़मेर