पत्रिका टीम ने शनिवार को शहर में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों के हालात देखे तो कहीं पर भी पेरेंट्स मीटिंग संचालित होती नजर नहीं आई। बच्चे जरूर आए थे। पूछने पर सभी केंद्रों पर कर्मिकों का एक जैसा जवाब आया कि कुछ देर बाद होगी बैठक। जबकि आंगनबाड़ी का समय सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक है और टीम करीब 12 बजे केंद्रों पर पहुंची थी। जबकि अधिकांश केंद्र 12 बजे बाद सूने होने शुरू हो जाते हैं।
समय : 11.45, 12 बजे होगी बैठक शहर की आंगनबाड़ी केन्द्र वार्ड -23 (2)। यहां 12 बच्चे पंजीकृत हैं। 10 बच्चों को कार्यकर्ता अध्ययन करवा रही थी। उन्होंने बताया कि पेरेंट्स मीटिंग 12 बजे बुलाई है। अभी कुछ ही देर में शुरू करेंगे।
समय : 11.50, 1.30 बजे बुलाई मीटिंग आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या-21(।) यहां पंजीकृत 20 बच्चे अध्ययन कर रहे थे। कार्यकर्ता मंजू व्यास ने बताया कि अभिभावक बैठक 1.30 बजे बुलाई है। बैठक में बच्चों के प्रोगेस को लेकर चर्चा की जाती है।
समय : 12 बजे, 1 बजे होगी बैठक
आंगनबाड़ी संख्या-10(2) पंजीकृत 10 बच्चे मौजूद थे। कार्यकर्ता व सहायिका उन्हें बाल शिक्षा को लेकर पढ़ा रही थी। मीटिंग को लेकर कोई अभिभावक नजर नहीं आया। पूछने पर बताया कि 1 बजे बैठक होगी।
आंगनबाड़ी संख्या-10(2) पंजीकृत 10 बच्चे मौजूद थे। कार्यकर्ता व सहायिका उन्हें बाल शिक्षा को लेकर पढ़ा रही थी। मीटिंग को लेकर कोई अभिभावक नजर नहीं आया। पूछने पर बताया कि 1 बजे बैठक होगी।
समय : 12.10 बजे, नहीं हुई बैठक
आंगनबाड़ी केन्द्र10(1) यहां पंजीकृत 9 बच्चे मौजूद थे। कार्यकर्ता ने बताया कि बैठक छुट्टी होने से कुछ देर पहले ही आयोजित होती है। अभी तो काफी देर बाद करेंगे।
आंगनबाड़ी केन्द्र10(1) यहां पंजीकृत 9 बच्चे मौजूद थे। कार्यकर्ता ने बताया कि बैठक छुट्टी होने से कुछ देर पहले ही आयोजित होती है। अभी तो काफी देर बाद करेंगे।
इसलिए होती है अभिभावक बैठक
आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आने वाले बच्चों के अभिभावकों से बात करने के लिए हर महीने की अमावस्या को अभिभावक बैठक निर्धारित की गई है। इसमें शाला पूर्व शिक्षा का पाठ्यक्रम तैयार करने, बच्चों के विकास को लेकर चर्चा की जाती है।
आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आने वाले बच्चों के अभिभावकों से बात करने के लिए हर महीने की अमावस्या को अभिभावक बैठक निर्धारित की गई है। इसमें शाला पूर्व शिक्षा का पाठ्यक्रम तैयार करने, बच्चों के विकास को लेकर चर्चा की जाती है।