थाना अधिकारी को लाइन हाजिर करके फिर से जिम्मेदार खुद को बचा रहे है। इस मामले में एसपी को सस्पेंड करना चाहिए। ये है मामला… पुलिस हिरासत में दलित युवक की मौत, थानाधिकारी निलंबित, थाना लाइन हाजिर
बाड़मेर. बाड़मेर ग्रामीण थाना में चोरी के एक मामले में पूछताछ को लाए गए युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। मामले को लेकर परिजनों व दलित संगठनों के आक्रोश के बाद पुलिस ने थानाधिकारी को निलंबित कर थाने के सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है।
मृतक के परिजनों ने अभी तक न तो शव उठाया है और न ही पोस्टमार्टम किया है। मोर्चरी के पास परिजनों के विलाफ के साथ समर्थक पुलिस के प्रति रोष व्यक्त कर रहे है।
बाड़मेर शहर के हमीरपुरा निवासी जितेंद्र (27 )पुत्र ताराचंद को ग्रामीण थाने ने चोरी के पाइप खरीदने के संबंध में पूछताछ के लिए बुधवार को ले आए। गुरुवार को दोपहर में परिजनों को बताया कि जितेन्द्र की तबीयत खराब है। पुलिस इसे राजकीय अस्पताल लेकर आई जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित किया।
परिजनों का आरोप मारपीट से मृत्यु युवक के मृत होने की जानकारी लगते ही परिजनों का विलाप शुरू हुआ तो पुलिस के होश फाख्ता हो गए। जानकारी लगते ही दलित संगठनों से जुड़े सदस्य व परिजन बड़ी संख्या में एकत्रित हुए।
आरोप लगाया कि पुलिस ने युवक के साथ बेरहमी से पिटाई की है इस वजह से युवक की मृत्यु हुई है। युवक स्वस्थ था। परिजनों ने पोस्टमार्टम करने व शव उठाने से इंकार कर दिया ।
थानाधिकारी निलंबित, थाना लाइन हाजिर परिवार जनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया डेड बॉडी का पोस्टमाटज़्म पुराने से परिजनों ने इनकार किया इस दौरान राजकीय चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड के आगे सैकड़ों पुलिसकर्मी भी जमा।