आनंद गुप्ता ने बताया कि इस दौरान 191 बार पाठ का जाप किया गया। कार्यक्रम में संत डॉ. रामस्वरूप शास्त्री ने कहा कि हनुमान चालीसा जाप से जीवन के संकट दूर हो जाते हैं। वात्सल्य सेवा केन्द्र की साध्वी सत्यसिद्धा ने कहा कि हनुमान बल, बुद्धि और ज्ञान के सागर है। कार्यक्रम में पंडित सुनिल व्यास, सोहनलाल दवे, नरेन्द्रमल सुराणा, राजकुमारी सुराणा, राजेन्द्र कुमार, तरूण श्रीमाली, नरसिंह बाकोलिया, महावीर जैन, सोनू सोनी, हनुमानदास जैन, पवन लोहिया, घनश्याम अवस्थी, पवन दवे आदि ने सहयोग किया।
बग्घी में विराज कर आए हनुमान हनुमान जन्मोत्सव समिति की ओर से हाई स्कूल रोड से शोभायात्रा निकाली गई। पारम्परिक वेशभूषा में चल रहे श्रद्धालुओं ने भगवान हनुमान के जयकारे लगाकर माहौल को धर्ममय कर दिया। बग्घी में सवार रामभक्त व रथ में सवार पंचमुखी हनुमान की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही।
शोभायात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए हनुमान मन्दिर पहुंची। जहां सवामणि के प्रसाद का भोग लगाया गया। इस मौके कलाकारों ने भजन सुनाए। समिति के कमल सिंहल ने बताया कि सुबह 8 बजे मन्दिर मे ध्वजा रोहण कर हनुमान प्रतिमा को दुग्घ स्नान कर वाघा किया गया।
51 किलो का रोट चढ़ाया स्थानीय चारभुजा मन्दिर में आजाद युवा ग्रुप की ओर से 51 किलो का रोट का भोग लगाया गया। जितेन्द्र सोनी ने बताया कि हनुमान चालीसा पाठ व भजनों की प्रस्तुति दी गई। इसी तरह जटिया रैगर समाज की ओर से समाज के हनुमान मंदिर में सवामणि प्रसादी का आयोजन किया गया। सत्संग में श्यामलाल सुंवासिया, समाज अध्यक्ष उमाशंकर फुलवारिया, लिखमाराम बडारिया, लेखराज खोरवाल आदि मौजूद रहे।