कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कांग्रेस के युवा नेता आजादसिंह राठौड़ ने कहा कि पौधरोपण से ही हमारा और पर्यावरण का भविष्य सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि राजस्थान पत्रिका सामाजिक सरोकार में अहम भूमिका निभा रही है। लोग व समाज इस मुहिम से जुड़ कर इसे आगे बढाने में सहयोग करें। इस अभियान को हम गांव-ढाणी तक पहुंचाएंगे। पौधरोपण कर उसकी सुरक्षा करना ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
युवा उद्यमी लूणसिंह झाला ने कहा कि पत्रिका की अभियान से आमजन जुड़ रहा है। जीवन में कम से कम एक पौधा लगाकर उसका संरक्षण करना होगा। यह पर्यावरण के लिए जरूरी है। कांग्रेस नेता रिड़मलसिंह दांता ने पत्रिका के अभियान की सराहना करते हुए कहा कि जीवन में पौधरोपण कर उसकी सुरक्षा करना आवश्यक है। ट्रस्ट व्यवस्थापक नरपतसिंह ने कहा कि पत्रिका अभियान के तहत परिसर में 500 पौधे लगाए है। क्षेत्र में नीम के अलावा फूलदार पौधों का और भी रोपण होगा। कृष्णसिंह राणीगांव ने सभी का आभार जताया।
हरियाली का संकल्प
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों ने पहाडिय़ों के बीच स्थित ट्रस्ट परिसर को हरा-भरा बनाने का संकल्प किया। यहां बालक-बालिकाओं के लिए संस्कार निर्माण के शिविर लगते है। इस मौके पर तनसिंह महाबार, नीम्बङ्क्षसह उण्डखा, मानसिंह दूधोड़ा, नेपालसिंह तिबनियार, तगसिंह गेहूं, हाकमसिंह गेहूं, भीमसिंह, बाबूसिंह सरली, बाबूसिंह उण्डखा, खेतमल तातेड़, जसवंतसिंह इन्द्रोई, वेरिसालसिंह चूली, गजेसिंह, अशोकसिंह सहित कई जने मौजूद रहे। इस मौके पर सभी एक-एक पौधे की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी ली गई।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों ने पहाडिय़ों के बीच स्थित ट्रस्ट परिसर को हरा-भरा बनाने का संकल्प किया। यहां बालक-बालिकाओं के लिए संस्कार निर्माण के शिविर लगते है। इस मौके पर तनसिंह महाबार, नीम्बङ्क्षसह उण्डखा, मानसिंह दूधोड़ा, नेपालसिंह तिबनियार, तगसिंह गेहूं, हाकमसिंह गेहूं, भीमसिंह, बाबूसिंह सरली, बाबूसिंह उण्डखा, खेतमल तातेड़, जसवंतसिंह इन्द्रोई, वेरिसालसिंह चूली, गजेसिंह, अशोकसिंह सहित कई जने मौजूद रहे। इस मौके पर सभी एक-एक पौधे की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी ली गई।
यहां भी हुआ था आयोजन
हरयाळो राजस्थान का आगाज दो दिन पहले गढ मंदिर की पहाड़ी से किया गया था। यहां पर 300 पौधे रोपित किए जाएंगे। इस मुहिम से लगातार सामाजिक संगठन व समाज के लोग जुड़ कर अहम भागीदारी निभा रहे है।
हरयाळो राजस्थान का आगाज दो दिन पहले गढ मंदिर की पहाड़ी से किया गया था। यहां पर 300 पौधे रोपित किए जाएंगे। इस मुहिम से लगातार सामाजिक संगठन व समाज के लोग जुड़ कर अहम भागीदारी निभा रहे है।