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यहां तो आठवीं के बाद पढाई छोडऩे को मजबूर बच्चे

locationबाड़मेरPublished: Feb 27, 2020 12:28:03 am

Submitted by:

Dilip dave

गांव में माध्यमिक स्तर का विद्यालय नहीं, कैसे पढ़े आगे?
– कुसीप ग्राम पंचायत के गांवों में माध्यमिक विद्यालय का अभाव

यहां तो आठवीं के बाद पढाई छोडऩे को मजबूर बच्चे

यहां तो आठवीं के बाद पढाई छोडऩे को मजबूर बच्चे


सिवाना. कुसीप ग्राम पंचायत के ढाई हजार की आबादी वाले राजस्व गांव रामदेव नगर व खेड़ा खिन्दावड्डा सहित आस पास की आधा दर्जन ढाणियों के ग्रामीण आजादी के बाद से शिक्षा के विस्तार नहीं करने का दंश भोग रहे हैं। इस पर इन गांवों की सैकड़ों बालक-बालिकाएं उच्च शिक्षा से वंचित रहने को मजबूर है। दोनों गांवों में पांच दशकों से एक प्रावि व दो उच्च प्राथमिक विद्यालय है। इन तीनों विद्यालयों में 400 छात्र अध्यनरत है। आधी से अधिक बालिकाएं हैं। इस पर ग्रामीण कईवर्षों से इन विद्यालयों को माध्यमिक या उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत करने की मांग कर रहे हैं। दर्जनों बार मौखिक व लिखित में शिक्षा विभाग अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों को समस्या से अवगत करवा चुके हैं। लेकिन झूठे आश्वासन के अलावा इन्हें आज दिन तक कुछ भी नहीं मिला। इन दोनों गांवों के नजदीक में माध्यमिक विद्यालय नहीं है। गांव से आठ किमी दूर माध्यमिक विद्यालय होने, साधनों के अभाव व सुरक्षा कारणों को लेकर अधिकांश अभिभावक बेटियों को आगे की पढ़ाईनहीं करवाते हैं। रामदेव नगर सहित एक किमी दूर राजस्व गांव खेड़ा खिन्दावड्डा व तीन किमी दूर साईजी का नागणेशी का फांटा में प्राथमिक विद्यालय है। इससे आधा दर्जन ढाणियां जुड़ी हुई है। साईजी की बेरी में उच्च माध्यमिक विद्यालय खोलने पर दोनों गांवों व ढाणियों के छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में अच्छी सुविधा मिलेगी। निप्र
व्यू- विद्यालय को क्रमोन्नत नहीं करने का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। गांव में गिनती के दसवीं, बारहवीं के छात्र हैं। बालिकाएं आठवीं बाद नहीं पढ़ पाती है। सरकार विद्यालय क्रमोन्नत करें। – दीपाराम भील, वार्डपंच
राउप्रावि सांईजी की बेरी को माध्यमिक, उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत करने की मांग कईवर्षों से कर रहे हैं। लेकिन सुनवाईनहीं की जा रही है। इससे छात्र बीच में पढ़ाई छोड़ते हैं। भविष्य चौपट हुआ जा रहा है। – मेहबूब खान, ग्रामीण
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