दरअसल, बाड़मेर जिला पुलिस में मानव तस्करी यूनिट की स्थापना वर्ष- 2013 में हुई थी। उसके बाद यह यूनिट गुमशुदा बच्चों को ढूढऩे का काम कर रही है। वर्ष- 2021 के आठ माह में बाड़मेर जिले में गुमशुदा के 228 के प्रकरण दर्ज हुए है, लेकिन मानव तस्करी यूनिट की टीम ने थानों की मदद से 192 मामलों का निस्तारण कर दिया है। इस साल के महज 36 मामले पैंडिग है। वहीं वर्ष- 2020 तक गुमशुदा 130 में से 42 लोगों को ढूढ़ कर परिवार तक पहुंचाया है।
145 महिलाएं तो 40 लड़की गुम हुई
दरअसल, आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल आठ माह में 228 कुल लोग गुम हुए है। जिसमें सबसे सर्वाधिक 145 महिलाएं गुम हुई तो 40 लड़कियां भी रास्ता भटक गई। हालांकि पुलिस की टीम ने 126 महिलाओं व 34 लड़कियों को ढूढ़ कर परिवार तक पहुंचाने में मदद की। ऐसे में परिवार के सदस्यों के लिए राहत है।
यहां नहीं है मानव तस्करी का मामला
मानव तस्करी यूनिट की स्थापना वर्ष- 2013 में हुई थी, लेकिन बाड़मेर जिले में मानव तस्करी से जुड़ा कोई भी मामला दर्ज नहीं हुआ है। ऐसे में यह यूनिट गुमशुदा को तलाश कर रही है।
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फैक्ट फाईल
गुमशुदा
वर्ष – गुमशुदा पुरूष – महिला – लड़का – लड़की
2020 तक – 130 – 65 – 54 – 02 – 09
2021 (अगस्त तक)- 228 – 41 – 145 – 02 – 40
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पुलिस ने किए तलाश
वर्ष – बरामद – पुरुष – महिला – लड़का – लड़की
2020 तक – 42 – 11 – 24 – 00 – 07
2021(अगस्त तक) – 192 – 30 – 126 – 02 – 34
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पुलिस इनकी कर रही तलाश
वर्ष- कुल – पुरूष – महिला – लड़का – लड़की
2020 तक – 88 – 54 – 30 – 02 – 02
2021 – 36 – 11 – 19 – 00 – 06 – 36
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– यूनिट करती है तलाश
मानव तस्करी की यूनिट वर्ष- 2013 के बाद स्थापित है। यूनिट जिले भर में गुमशुदा लोगों को तलाश करती है। इस साल आठ में 228 मामले गुमशुदा के सामने आए, पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 192 मामलों को निस्तारण कर गुमशुदा को परिवार तक पहुंचाया है। – आनंद शर्मा, पुलिस अधीक्षक, बाड़मेर
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