scriptअधिकारी ही नहीं तो कौन सुने फरियाद, कैसे मिटे प्यास | If not the officer, who listened to the complaint, how was thirst eras | Patrika News

अधिकारी ही नहीं तो कौन सुने फरियाद, कैसे मिटे प्यास

locationबाड़मेरPublished: May 07, 2021 12:13:29 am

Submitted by:

Dilip dave

पादरू के जलदाय विभाग कार्यालय में अधिकारियों का टोटा, एक कार्मिक के भरोसे कार्यालय
– पेयजल संकट पर जनता की शिकायत सुनने वाला भी नहीं कोई

अधिकारी ही नहीं तो कौन सुने फरियाद, कैसे मिटे प्यास

अधिकारी ही नहीं तो कौन सुने फरियाद, कैसे मिटे प्यास

पादरू. पादरू के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में कनिष्ठ अभियंता का पद रिक्त होने से पेयजल योजनाओं के सुचारू संचालन व मॉनिटरिंग में परेशानी हो रही है। इसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है क्योंकि शिकायतों का समय पर समाधान नहीं होता। एेसे में कई बार पेयजल आपूर्ति ठप होने पर कई चक्कर लगाने पर जाकर सुचारू हो पाती है। पादरू के जलदाय विभाग कार्यालय में कनिष्ठ अभियंता का पद रिक्त चल रहा है जबकि सहायक अभियंता सिणधरी में कार्य संभाल रहे हैं। ऐसे में पेयजल समस्या का त्वरित समाधान नहीं हो पाता है। स्थिति यह है कि पिछले लंबे समय से कस्बे में पानी की किल्लत है। परेशान ग्रामीण जब जलदाय विभाग कार्यालय शिकायत के लिए जाते हैं तो वहां अधिकारी नहीं होने से उनकी समस्याओं को सुना नहीं जाता। एेसे में कई दिनों तक समस्या का समाधान नहीं होता।
इन दिनों गर्मी बढऩे से गांव में पेयजल संकट की स्थिति है। दिन भर में आधा घंटा पानी खुलता है उसमें भी अपर्याप्त आपूर्ति होती है। पानी के अभाव के चलते आमजन के साथ ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीण हितेश जैन ने बताया कि कस्बे के पंऊ सडक़ इलाके में पानी की आपूर्ति लम्बे समय से नहीं हुई है। एेसे में टैंकरों से मोल महंगे पानी खरीद कर प्यास बुझानी पड़ रही है। उच्च अधिकारियों को कई बार अवगत करवाने के बावजूद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है । ग्रामीण बाबूलाल श्रीमाली ने बताया कि हर समय पानी की समस्या आम हो गई है, जिसका स्थायीसमाधान नहीं हो रहा है। कस्बे के जलदाय विभाग की कमान अब एकमात्र कर्मचारी के भरोसे हो जाने से जलापूर्ति व्यवस्था लडख़ड़ाने लगी है।
ग्रामीण प्रवीणसिंह धवेसा, रमेश जैन के अनुसार गांव में पेयजल संकट की स्थिति है।

अधिकारियों का कहना है- पादरू में पानी की व्यवस्था लडख़ड़ाई हुई है तो आप सिणधरी एईएन से बात करो, उनकों पता है। जलापूर्ति सुधारने का प्रयास करेंगे। – जयप्रकाश गुप्ता, अधिशासी अभियंता बालोतरा
मैं सिणधरी लगा हुआ था पर अब मेरा रामसर ट्रांसफर हो गया है। मेरी जगह जो सहायक अभियंता आए हैं, उनसे बात करो।- – प्रकाश चौहान, सहायक अभियंता

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