रिकॉर्ड के नजरिए से कहें तो यह देश में संभवत: पहला मौका था, जब देशभक्ति का जज्बा जगाने, शहीदों को सलामी व सपूतों के सम्मान में भारत-पाक बॉर्डर पर इतनी बड़ी मानव शृंखला बनी। नवयुवक-युवतियों के हाथों में तिरंगा और हथियारों से लैस जवानों की चौकस निगाहें.. मानो कह रही हों कि देख लो दुनिया वालों ये हमारा शक्ति प्रदर्शन है।
यहां विभिन्न कार्यक्रमों में स्कूली बच्चे, शहीदों व सैनिकों के परिजन भी शामिल हुए। मानव शृंखला बनाकर खड़े लोगों ने राष्ट्रगान किया। कई स्थानों पर सुबह 11 से 1 बजे तक कार्यक्रम हुए; वहीं हर 100 फीट पर बड़े तिरंगे के साथ बच्चे पोजिशन लिए दिखे।
हवा में तैरकर आईं मुख्यमंत्री
जयपुर से हेलिकॉप्टर में उड़ान भरते हुए सीएम वसुंधरा राजे ने सीमावर्ती इलाकों का दौरान किया। उन्होंने शहीद आश्रितों व वीरांगनाओं का सम्मान किया, इसके लिए वे बच्चों के साथ मानव शृंखला में भी खड़ी हुईं। वार म्यूजियम पहुंची और हवाई निरीक्षण भी किया।
जयपुर से हेलिकॉप्टर में उड़ान भरते हुए सीएम वसुंधरा राजे ने सीमावर्ती इलाकों का दौरान किया। उन्होंने शहीद आश्रितों व वीरांगनाओं का सम्मान किया, इसके लिए वे बच्चों के साथ मानव शृंखला में भी खड़ी हुईं। वार म्यूजियम पहुंची और हवाई निरीक्षण भी किया।
इन जिलों में ‘शहादत काे सलाम’
सबसे लंबी ये मानव शृंखला 4 जिलों बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर व श्रीगंगानगर में बनी। ‘शहादत काे सलाम’ नाम से यह कार्यक्रम सुबह 11 से दोपहर एक बजे तक चला। बुधवार को प्रदेशभर में तिरंगा फहराया गया।
सबसे लंबी ये मानव शृंखला 4 जिलों बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर व श्रीगंगानगर में बनी। ‘शहादत काे सलाम’ नाम से यह कार्यक्रम सुबह 11 से दोपहर एक बजे तक चला। बुधवार को प्रदेशभर में तिरंगा फहराया गया।
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