जसोल धाम का नजारा मन को मोहित करने वाला
बाड़मेरPublished: Apr 03, 2022 08:21:48 pm
-केंद्रीय मंत्रियों का दल पहुंचा जसोल धाम
-दर्शन कर मांगी खुशहाली, तिलवाड़ा मेले में की शिरकत


जसोल धाम का नजारा मन को मोहित करने वाला
बाड़मेर. आस्था के केंद्र जसोलधाम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, केंद्रीय पशुपालन राज्यमंत्री संजीव बालियान व राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने राणी भटियाणी के दर्शन कर राष्ट्र की उन्नति व खुशहाली की कामना की। इससे पहले विश्व विख्यात तिलवाड़ा में रावल मल्लीनाथ के निज मन्दिर में दर्शन किए। श्री राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान की ओर से गणेशपुरी महाराज के सानिध्य में आयोजित हो रहे निशुल्क भोजन प्रसादी के कार्य की सराहना की। इसके बाद तिलवाड़ा मेला मैदान में पहली बार कृषि प्रदर्शनी व किसान मेले में शिरकत कर बाड़मेर जिले के किसानों से रूबरू हुए। उसके बाद पालिया स्थित राणी रूपादे मन्दिर में पूजा अर्चना की। उसके बाद जसोल धाम में केंद्रीय मंत्रियों के पहुंचने पर श्री राणी भटियाणी मन्दिर में संस्थान द्वारा स्वागत किया गया।
शतचंडी यज्ञ में दी आहुतियां
नवरात्रि पर्व पर मन्दिर प्रांगण में आयोजित हो रहे दूदेश्वर वेद विधा पीठ के 18 ब्राह्मणों द्वारा शतचण्डी यज्ञ में वैदिक मंत्रों के साथ विश्व कल्याणार्थ आहुतियां दी गई। जूना अखाड़ा अंतराष्ट्रीय प्रवक्ता नारायणगिरी महाराज का आशीर्वाद लिया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि जसोल धाम का बेहद ही खूबसूरती नजारा लग रहा हैं। जो हमने सुना था उससे भी मनमोहक लग रहा हैं। रावल किशनसिंह ने कहा कि कृषि विभाग द्वारा पहली बार जो किसानों को लेकर कार्यक्रम आयोजित हुआ है जो हर वर्ष आयोजित होता रहे। साथ ही इसके द्वारा जो वंचित किसान वर्ग है उसको सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार ऐसा प्रयास करें तो निश्चित ही किसानों को फायदा होगा और उन्नत तकनीक के साथ कृषि कार्यों को बढ़ावा दे सकते हैं।
अद्र्धकुंभ की घोषणा गौरवान्वित करने वाला पल
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह ने कहा कि सन्तों ने इस मालाणी क्षेत्र तिलवाड़ा में रावल मल्लीनाथ के नाम से अद्र्ध कुम्भ की घोषणा की हैं। जो समूचे मारवाड़ मरुधरा के लिए गौरवान्वित करने वाला पल होगा, जहां देश भर से हजारों की संख्या में संतों का आगमन होगा और उनके द्वारा समरसता का संदेश दिया जाएगा। मंत्री बालियान ने कहा कि पहली बार इस क्षेत्र में आना हुआ है। ये भूमि वीर योद्धाओं की है जहां रावल मल्लिनाथ ने सन्तों का समागम करवाया और समरसता का संदेश दिया।