यह है विद्यालय की स्थिति
स्कूल में व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक व तृतीय श्रेणी अध्यापकों के 20 पद स्वीकृत हंै। हिंदी साहित्य व इतिहास के व्याख्याता, गणित वरिष्ठ अध्यापक के दो पद तथा अंग्रेजी सहित आधे पद रिक्त होने से शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। विद्यार्थियों का कहना है कि शिक्षक लगाने के लिए वे कई बार जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत करवा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में मजबूरन आन्दोलन पर उतारू होना पड़ा है। स्कूल में तालाबंदी की सूचना जिला शिक्षा अधिकारी को दी, लेकिन शिक्षा विभाग का कोई जिम्मेदार यहां नहीं पहुंचा।
स्कूल में व्याख्याता, वरिष्ठ अध्यापक व तृतीय श्रेणी अध्यापकों के 20 पद स्वीकृत हंै। हिंदी साहित्य व इतिहास के व्याख्याता, गणित वरिष्ठ अध्यापक के दो पद तथा अंग्रेजी सहित आधे पद रिक्त होने से शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। विद्यार्थियों का कहना है कि शिक्षक लगाने के लिए वे कई बार जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत करवा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसे में मजबूरन आन्दोलन पर उतारू होना पड़ा है। स्कूल में तालाबंदी की सूचना जिला शिक्षा अधिकारी को दी, लेकिन शिक्षा विभाग का कोई जिम्मेदार यहां नहीं पहुंचा।
आरजीटी पुलिस पहुंची विद्यार्थियों के सड़क जाम करने की सूचना पर आरजीटी थानाधिकारी हरचंदराम मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। उन्होंने छात्र-छात्राओं से समझाइश कर जाम खुलवाया तथा उन्हें स्कूल में भेजा। उन्होंने विद्याथियों को कानून संबंधी जानकारी दी। इस पर वे स्कूल में जाकर बैठ गए, लेकिन कक्षाओं में नहीं जाने पर अड़े रहे। थानाधिकारी व कार्यवाहक प्रधानाचार्य भोमाराम की ओर से शिक्षकों की वैकल्पिक व्यवस्था के आश्वासन पर वे शांत हुए। प्रधानाचार्य ने माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिख वैकल्पिक स्तर पर शिक्षक लगाने की मांग की। इस दौरान सीएलजी बगताराम नेहरा, रामेश्वर गौड़, उदाराम गोदारा, पदमाराम सारण, बाबूलाल मइया, भगाराम नेहरा, लूम्बाराम सारण, मदाराम विश्नोई सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे।
स्कूल का रास्ता बंद
सेड़वा . निकटवर्ती सोनड़ी रा उत्कृष्ट उप्रावि भींये की बेरी जाने का आम रास्ता अतिक्रमण के चलते कई वर्षों से बंद है। ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद सोनड़ी से भींये की बेरी को जोडऩे वाली ग्रेवल सड़क सुचारू नहीं हो रही है। ऐसे में विद्यालय तक आने-जाने में विद्यार्थियों व शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा आंगनबाड़ी व उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए भी लम्बा रास्ता तय करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि जल्द यह मार्ग उपलब्ध करवाया जाए, अन्यथा वे धरना- प्रदर्शन के लिए मजबूर होंगे।
सेड़वा . निकटवर्ती सोनड़ी रा उत्कृष्ट उप्रावि भींये की बेरी जाने का आम रास्ता अतिक्रमण के चलते कई वर्षों से बंद है। ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद सोनड़ी से भींये की बेरी को जोडऩे वाली ग्रेवल सड़क सुचारू नहीं हो रही है। ऐसे में विद्यालय तक आने-जाने में विद्यार्थियों व शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा आंगनबाड़ी व उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए भी लम्बा रास्ता तय करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि जल्द यह मार्ग उपलब्ध करवाया जाए, अन्यथा वे धरना- प्रदर्शन के लिए मजबूर होंगे।
जीडी सीबी, सीडी – बाड़मेर के छाटू गांव स्थित राआउमावि में शिक्षकों की कमी को लेकर प्रदर्शन करते विद्यार्थी तथा स्कूल में समझाइश करता पुलिस दल।