– दिन में भी कंपकंपी छूटने की स्थिति रविवार को रही। यहां दिन में लोगों ने अलाव तापने शुरू किए और बारिश थमने के बाद लोग गर्म पकवानों की दुकानों पर कतार लगाए नजर आने लगे। यहां गर्म पकवान और नमकीन का लुत्फ उठाया।
– जिन परिवारों में शादियां है उनके घरों में चिंता बढ़ गई। शाम को दूल्हों की बंदौली से पहले बदले बरसात ने लोगों को परेशान किया। यहां शाम को जिनके घरों में शादी के खाने थे उन्हें अलग से इंतजाम करना पड़े।
– रबी की बुवाई कर रहे किसानों के चेहरे पर मावठ ने खुशी ला दी है। यहां बुवाई का लक्ष्य 2 लाख 70 हजार हेक्टेयर है। इसे इसी महीने हासिल किया जाना है। मौसम के इस मिजाज ने किसानों को प्रोत्साहित किया है। किसान जीरे की बुवाई को यहां ज्यादा महत्व देते हैं। पंद्रह मिनट तक चली हल्की बरसात से शहर की सड़कें भीग गई। मावठ की इस बारिश ने सर्दी को असर बढ़ा दिया।