फाइलों में कैद प्रस्ताव,कार्मिक व मरीज परेशान- प्रदेश सरकार ने राज्य के सभी नगर परिषद क्षेत्र के चिकित्सालयों को सीवरेज लाइन से जोडऩे को लेकर योजना तैयार की थी। स्वायत्त शासन विभाग के निर्देश पर नगर परिषद ने एक वर्ष से अधिक समय पूर्व राजकीय नाहटा चिकित्सालय को सीवरेज लाइन से जोडऩे को लेकर 36 लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार कर इसे भिजवाया। 26 नवम्बर को राजकीय नाहटा चिकित्सालय निरीक्षण पर आई अतिरिक्त सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को चिकित्सालय प्रशासन ने समस्या से अवगत करवाते हुए भेजे प्रस्ताव को स्वीकृत करवाने की मांग की। इन्होंने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन इसके बाद के तीन माह से अधिक समय बीच चुका है। आज दिन तक प्रस्ताव स्वीकृत नहीं किया गया है। इस पर
व्यवस्था सुधार की जरूरत- चिकित्सालय के शौचालयों की नियमित रुप से सफाई की जाती है, बावजूद ये हर समय दुर्गंध मारते हैं। मजबूरी में इनका उपयोग करते हैं। सरकार व्यवस्था में सुधार करें। – पतासी देवी, मरीज
सीवरेज व्यवस्था बदहाल- चिकित्सालय की सीवरेज व्यवस्था बुरी तरह से बदहाल है। दुर्गंध पर दम घुटता है। कई मरीज स्वस्थ होने की बजाय अस्वस्थ हो जाते हैं। सरकार बेहतर व्यवस्था करें। – सायरा देवी, मरीज
सरकार कर रही उपेक्षाञ नाहटा चिकित्सालय की सीवरेज व्यवस्था वर्षों से बदहाल है। नाममात्र राशि का प्रस्ताव एक वर्ष तक स्वीकृत नहीं होना, दुर्भाग्यपूर्ण है। स्वच्छ वातावरण के लिए सरकार सुधार कार्य करवाएं। – अर्जुनदास संत
सरकार कर रही उपेक्षाञ नाहटा चिकित्सालय की सीवरेज व्यवस्था वर्षों से बदहाल है। नाममात्र राशि का प्रस्ताव एक वर्ष तक स्वीकृत नहीं होना, दुर्भाग्यपूर्ण है। स्वच्छ वातावरण के लिए सरकार सुधार कार्य करवाएं। – अर्जुनदास संत
एक वर्ष पहले भिजवाया प्रस्ताव, स्वीकृत नहीं- चिकित्सालय को सीवरेज से जोडऩे के लिए करीब एक वर्ष पूर्व प्रस्ताव भिजवाया था। कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया। स्वीकृत नहीं हुआ है। – डॉ. बलराजसिंह पंवार प्रमुख चिकित्सा अधिकारी नाहटा चिकित्सालय
12- बालोतरा. राजकीय नाहटा चिकित्सालय।
12- बालोतरा. राजकीय नाहटा चिकित्सालय।