युवती ने बताया, करीब डेढ़ वर्ष पहले वह पैदल कॉलेज जाती थी, तब जम्मू कश्मीर कुपवाड़ा निवासी युवक ने मुझे परेशान कर फोटो लिए और गलत तरीके से तैयार कर मुझे डराता रहा। वह डरा-धमका कर 16 मार्च को अहमदाबाद के रास्ते दिल्ली और वहां से श्रीनगर ले गया।
वहां पहले से तैयार कागजात पर हस्ताक्षर करवाए जो उर्दू एवं अंग्रेजी में थे। उसने आरोप लगाया कि जान से मारने की धमकी देकर कथित सहमति के वीडियो बनवा यूट्यूब पर डाले। जबरन हस्ताक्षर करवाकर बयान व याचिका पेश करवाई।
यों सामने आया था मामला
युवती इस साल 16 मार्च को घर से गायब हुई, जिसकी 21 मार्च को कोतवाली थाने में गुमशुदगी दर्ज हुई। युवती के मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर लोकेशन कुपवाड़ा की आई। पुलिस टीम युवती की तलाश में जम्मू गई। इस दौरान पुलिस को 22 मार्च को डाक के जरिए कश्मीर हाईकोर्ट से दस्तावेज मिले। जिसमें युवती का 27 दिसम्बर को जम्मू में मुस्लिम धर्म परिवर्तन होने की कथित जानकारी सामने आई।
दस्तावेज के अनुसार 30 दिसम्बर को युवती का कथित निकाह कुपवाड़ा निवासी मुस्लिम युवक के साथ हो चुका था। युवती के 16 मार्च को घर से गायब होने के बाद परिजन ने आरोप लगाया था कि कश्मीर हाईकोर्ट से मिले दस्तावेज में जो कथित निकाह व धर्म परिवर्तन की तिथि अंकित है, वह गलत है। उन्होंने दस्तावेज को भी फर्जी तरीके से तैयार करने का आरोप लगाया।
डरा-धमकाकर दुबई में बेचना चाहते थे?
युवती ने आरोप लगाया है कि आरोपी युवक कुपवाड़ा में डरा-धमका कर गलत काम के लिए दबाव बनाता था। साथ ही कहता था कि लव जेहाद कर तुम्हें उठाया है और आगे दुबई में बेच देंगे।
हां, युवती से परिवाद मिला है, उसने कहा कि मेरे बयान वापस करवाए जाएं। अब मामले में नियमानुसार जांच करेंगे।
राहुल बारहठ, एसपी, बाड़मेर फोटो- प्रतीकात्मक तस्वीर