उन्होंने कहा कि अच्छी योनी में जन्म लेने व सुख की प्राप्ति के लिए सदैव अच्छे कार्य करें। मन से भी किसी का बुरा नहीं करें। जरूरत मंद की मदद व पीडि़त की सेवा करें। इससे बड़ा धर्म व परोपकार का कोई कार्य नहीं है। जो व्यक्ति दूसरों की मदद करता है,भगवान भी उसकी मदद करते हैं। भगवान प्रेम के भूखे होते हैं। वे भक्त के प्रेम से बंधे होते हैं। भक्त की पुकार पर दौड़े आते हैं। मनुष्य जीवन बहुत ही दुर्लभ है। इसके महत्व को समझते हुए परोपकार के कार्य करें। ऐसा करके ही संसार के भवसागर को पार किया जा सकता है। कथावाचक ने कथा के दौरान श्रीकृष्ण का गोपियों के साथ रासलीला , कृष्ण-रुकमणी विवाह का सुंदर चित्रण किया। कन्यादान में श्रद्धालुओं को गोसेवा का संकल्प दिलाया। श्रद्धालुओं ने प्रस्तुत भजनों पर नृत्य किया और भगवान के जयकारे लगाए। इस अवसर पर संत रघुवरदास, संत श्रवणदास, संत रामकिशोर, संत ओंकारभारती , मुख्य यजमान गौरीशंकर रांकावत, राजुदास रांकावत, लच्छु देवी, गजेन्द्रसिंह, चम्पालाल, पुखराज सुन्देशा, करनाराम परिहार, वागाराम सैन मौजूद थे।
गोसेवा की शपथ दिलाएंगे बालोतरा.
नगर के अन्नपूर्णा गोशाला में गुरुवार को भागवत कथा पूर्ण होने के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में गो चिकित्सालय नागौर के संस्थापक स्वामी कुशालगिरी भाग लेंगे। वे दानदाताओं, विशिष्ट अतिथियों को सम्मानित करने के साथ 101 जनों को गोसेवा की शपथ दिलाएंगे।
नगर के अन्नपूर्णा गोशाला में गुरुवार को भागवत कथा पूर्ण होने के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में गो चिकित्सालय नागौर के संस्थापक स्वामी कुशालगिरी भाग लेंगे। वे दानदाताओं, विशिष्ट अतिथियों को सम्मानित करने के साथ 101 जनों को गोसेवा की शपथ दिलाएंगे।
भागवत कथा आज से रमणियां. दुदेश्वर मठ गोगाजी मन्दिर तेलवाड़ा में गुरुवार से भागवत कथा प्रारंभ होगी। प्रतिदिन शाम 7 बजे से रात्रि में 11 बजे तक कथा का वाचन होगा। कथावाचक भवानीलाल कथा का वाचन करेगें। गुरुवार सुबह 9 बजे मंदिर से शोभायात्रा निकलेगी।