बाड़मेर

पूर्व प्रधान को बेटियों ने भी दिया कंधा, बाजार रहा बंद

मंगलाराम कई बार धोरीमना के सरपंच रह चुके

बाड़मेरJun 16, 2019 / 08:42 pm

Moola Ram

Mangalaram Bishnoi passes away

धोरीमन्ना. भारतीय परम्परा रही है कि अंतिम संस्कार के समय महिलाओं को कंधा देने व श्मशान घाट में जाने की अनुमति नहीं थी,लेकिन अब रीति रिवाजों में बदलाव होने के साथ ही महिलाएं रूढ़िवादी परम्पराओं को तोड़कर आगे बढ़ रही है,ऐसा ही दर्शय बाड़मेर जिले के धोरीमना पंचायत समिति के पूर्व प्रधान मंगलाराम विश्नोई के अंतिम संस्कार में देखने को मिला।
दरअसल पूर्व प्रधान मंगलाराम विश्नोई पिछले कई वर्षों से बीमार थे,चार दिन पूर्व अचानक तबियत बिगड़ने पर अहमदाबाद में एक अस्पताल में भर्ती करवाया जहाँ शुक्रवार रात एक बजे अंतिम सांस ली।विश्नोई का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव धोरीमना में किया गया। मंगलाराम कई बार धोरीमना के सरपंच रह चुके है,वही बड़ी बेटी वर्षा विश्नोई भी धोरीमना की प्रधान रह चुकी है।
व्यापारियों सहित आम लोगों ने नम आंखों से विदाई दी। अंतिम संस्कार अपने पैतृक गांव धोरीमन्ना में ही किया गया। अंतिम संस्कार में उनके दोनों बेटों के साथ पुत्रियों ने भी कंधा दिया। विश्नोई के परिवार में दो पुत्र,छह पुत्रियां व दो पत्नियां है । अंतिम संस्कार में गुड़ामालाणी विधायक हेमाराम चौधरी, धोरीमन्ना प्रधान ताजाराम चौधरी सहित बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।
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