साल 2017 से शुरू होने वाले मेडिकल कॉलेज के लिए टीचिंग स्टाफ सहित अन्य कमियां संचालन में लगातार रोड़ा बन रही थीं। इस बार कॉलेज प्रबंधन ने अपने स्तर पर पूरी तैयारी कर ली है। मार्च में एमसीआइ का दौरा प्रस्तावित है। इससे पहले प्रबंधन समस्त काम करवाने को लेकर जुटा हुआ है।
नीट परीक्षा के बाद होगा शुरू नीट की परीक्षा इस बार 5 मई को प्रस्तावित है। इसमें सफल होने वाले स्टूडेंट्स को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश मिलता है। ऐसे में बाड़मेर में कॉलेज संचालन की स्वीकृति मिलने पर 100 स्टूडेंटस को इसका फायदा मिलेगा।
एमसीआइ को भेजी कम्पलाइंस रिपोर्ट एमसीआइ के पिछले निरीक्षण के दौरान बिल्डिंग, मेडिकल कॉलेज अस्पताल व टीचिंग स्टाफ आदि की कमियां मिली थीं। कॉलेज प्रबंधन ने निरीक्षण में बताई कमियों को पूरा करते हुए 15 फरवरी को एमसीआइ को कॉलेज की कम्पलाइंस रिपोर्ट भेजी है।
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. एनडी सोनी से
सीधी बात सवाल: अब तक कितने शिक्षक चिकित्सकों ने ज्वाइन किया है?
जवाब: 18 चिकित्सक बाड़मेर के लिए भेजे थे, जिसमें से 17 ने ज्वाइन किया है।
सवाल: बिजली-पानी का काम कितना पूर्ण हुआ है?
जवाब: बिजली का काम 7 मार्च तक पूरा होने का विभाग ने बताया है। वहीं पानी की लाइन आदि का कार्य मार्च के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
सवाल: टीचिंग स्टाफ में अब कितनी कमी है?
जवाब: 58 के स्टाफ की जरूरत है, जिसमें से 57 ज्वाइन कर चुके हैं।