रात्रि के 2 बजे के बाद शुरू होता है अवैध खनन
लूनी नदी में लगाता हो रहे अवैध खनन पर पत्रिका टीम ने स्ट्रीट करते हुए शनिवार देर रात पूरी रात सवेज़् करने पर सामने आया कि अवैध बजरी खनन माफिया रात्रि के 2 बजे के बाद नदी में जाने वाले रास्ते पर पहरा देकर बजरी भरने के लिए डंपर नदी में उतारते हैं। चेक पोस्ट के नाम पर गेस्ट हाउस में रहने वाले अवैध बजरी खनन पर रोक लगाने वाले कामिज़्क भी दो बजे के बाद नींद में सो जाते हैं। जिसके चलते बजरी खनन माफिया 2 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक धड़ल्ले से बजरी का अवैध परिवहन करते हैं।
लूनी नदी में लगाता हो रहे अवैध खनन पर पत्रिका टीम ने स्ट्रीट करते हुए शनिवार देर रात पूरी रात सवेज़् करने पर सामने आया कि अवैध बजरी खनन माफिया रात्रि के 2 बजे के बाद नदी में जाने वाले रास्ते पर पहरा देकर बजरी भरने के लिए डंपर नदी में उतारते हैं। चेक पोस्ट के नाम पर गेस्ट हाउस में रहने वाले अवैध बजरी खनन पर रोक लगाने वाले कामिज़्क भी दो बजे के बाद नींद में सो जाते हैं। जिसके चलते बजरी खनन माफिया 2 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक धड़ल्ले से बजरी का अवैध परिवहन करते हैं।
होटलों पर रहता है डंपर वाहनों का जमावड़ा मेगा हाईवे पर स्थापित विभिन्न होटल ढाबों पर सूयज़् अस्त होने के बाद धीरे-धीरे अवैध बजरी का परिवहन करने वाले डंपर डेरा डालना शुरू कर देते हैं। देर रात तक चेक पोस्ट के कमज़्चारी सोने के बाद रात्रि के समय डंपर चालक बजरी माफियाओं के इशारों पर नदी में बजरी भरने के लिए उतर जाते हैं। लेकिन अलग-अलग होटलों पर सैकड़ों की संख्या में डंपर खड़े होने के बावजूद भी पुलिस वह चेक पोस्ट कमज़्चारी अवैध बजरी खनन रोकथाम को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं।
सामने से गुजर रहा डंपर चेक पोस्ट के कमज़्चारियों को नही परवाह शनिवार देर रात 2 बजे लूनी नदी से अवैध बजरी का डंपर भर कर मुख्य कस्बे से निकलता हुआ बाईपास पर कैंपर में बैठे चेक पोस्ट के कमज़्चारियों के सामने से निकला लेकिन चेक पोस्ट कमज़्चारियों द्वारा अवैध बजरी बजरी से भरे डंपर को रुकवाने के लिए रति भर तक नहीं हिले जिसके चलते बजरी माफिया बेखौफ होते हुए चेकपोस्ट कमज़्चारियों के गठजोड़ के साथ अवैध खनन कर रहे हैं।
नवंबर 2017 से बिना अनुमति के चलते बंद हुआ बजरी खनन लूनी नदी में 2017 में बिना पयाज़्वरण की अनुमति के चलते बजरी का खनन हो रहा था जिस पर सुप्रीम कोटज़् ने आदेश जारी करते हुए 16 नवंबर 2017 को प्रदेश में बजरी का खनन बंद कर दिया। लेकिन इसके बाद राज्य सरकार ने खातेदारी भूमि पर बजरी के लिए लीज आवंटित करके बजरी खनन करने की अनुमति दी थी उसके बाद लीज की आड़ में बजरी माफिया नदी क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध खनन करने लगे। लगातार अवैध खनन की शिकायतों पर केंद्र की गठित सीईसी टीम ने नदी क्षेत्रों का दौरा करने पर अवैध खनन सामने आया जिस पर टीम ने रिपोटज़् तैयार कर सुप्रीम कोटज़् में पेश करने पर सुप्रीम कोटज़् ने नदी क्षेत्र में आवंटित बजरी लीजो को निरस्त करते हुए वैध खनन शुरू करने के आदेश जारी कर दिए सुप्रीम कोटज़् के आदेश के बावजूद भी बाड़मेर जिले में लूनी नदी के अंदर इसी जारी होने के बाद भी अभी तक वैध खनन शुरू नहीं हो पाया है। जिसके चलते नदी में अवैध बजरी खनन रोकने को लेकर चेक पोस्ट स्थापित होने के बावजूद भी अवैध खननजोरों पर चल रहा है।