बाड़मेर

विधायकों ने अफसरों को घेरा, मंत्रियों को नहीं सूझे जवाब,जनता के मुद्दे निरुत्तर

– जनप्रतिनिधियों ने काम न होने का दर्द समीक्षा बैठक में किया बयां, शिव विधायक बोले- गेंती-फावड़ा भी नहीं, कैसे मिलेगा रोजगार
 

बाड़मेरJan 13, 2019 / 04:24 pm

भवानी सिंह

Minister review meeting in barmer

बाड़मेर. जिले के प्रभारी मंत्री बीडी कल्ला और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी की मौजूदगी में हुई पहली बैठक में ही जनप्रतिनिधियों का जिले में काम नहीं होने का दर्द उभर आया। बिजली, पानी और चिकित्सा महकमे के अधिकारियों को विधायकों ने जनसमस्याओं को लेकर घेरते हुए कहा कि सरकार बदल चुकी है, बदल जाओ? अफसरों ने बजट और संसाधन नहीं होने का जवाब दिया तो दोनों मंत्रियों को भी जवाब नहीं सूझे। जनता के मुद्दों को लेकर जनप्रतिनिधियों की पैरवी का नतीजा नजर नहीं आया।
 

12 हजार डिमांड जारी, फिर भी अंधेरा

विधायकों ने कहा कि बिजली कनेक्शन के 12 हजार डिमांड नोट जारी हो गए हैं, लेकिन 8 हजार कनेक्शन नहीं हुए हैं। अधिकारी कोई सुनवाई नहीं कर रहे है। दीनदयाल उपाध्याय योजना का काम पूरा नहीं हुआ है। विधायक पदमाराम ने कहा की उनके क्षेत्र की एक भी पंचायत का काम पूरा नहीं हुआ। सौभाग्य योजना का काम अभी तक शुरू भी नहीं हुआ है। इस पर मंत्री ने कहा कि आचार संहिता से पहले काम पूर्ण होने चाहिएं।
 

नट बोल्ट नहीं है जलदाय विभाग के पास
शिव विधायक अमीन खान ने कहा कि गौरव पथ में छह माह से पटरियां अधूरी है। ठेकेदारों को भुगतान हो गया। उन्होंने कहा कि जलदाय विभाग में अभियंताओं के 57 पद में से अधिकांश रिक्त हैं। नई भर्ती पर रोक है। पुराने अधिकारी सेवानिवृत्त हो गए हंै। विभाग के पास नट-बोल्ट का टुकड़ा नहीं है। नरेगा का काम मशीनरी से हो रहा है। इनके पास तो गेंती-फावड़ा भी नहीं है। चौहटन विधायक पदमाराम ने कहा कि अधिकारी किसानों को बिजली नहीं दे रहे है.. और दे रहे हो उसमें आप वोल्टेज नहीं दे रहे हैं।
 

बजट नहीं फिर भी सड़कें स्वीकृत
विधायक मेवाराम ने कहा कि बिना बजट कई सड़कें स्वीकृत क्यों हुईं ? इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। इस पर राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने संबंधित अधिकारी से जबाव देने के लिए कहा। अधिकारी ने कहा कि बजट तो नहीं है। इस पर प्रभारी मंत्री बीडी कल्ला ने नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने बाड़मेर जिले में पशु शिविर एवं चारा डिपो प्रारंभ करने का भरोसा दिलाया।
 

आधी बैठक के बाद मीडिया बाहर
समीक्षा बैठक में सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों को घेर लिया। अधिकारी जबाव नहीं दे पा रहे थे। मंत्री भी निरूत्तर हो गए। मामला बिगड़ता देख मीडियाकर्मियों को बैठक से बाहर जाने का कह दिया। पिछली बैठक में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा था कि बैठक में आम लोग भी आ सकेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
 

हेमाराम और हमीरङ्क्षसह नहीं आए
प्रभारी मंत्री की बैठक में गुड़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी नहीं पहुंचे। इस पर मीडिया ने सवाल किया तो मंत्री बोले कि मेरी बात हुई है व्यक्तिगत कारणों से नहीं आए, नाराजगी जैसी बात नहीं है। सिवाना विधायक हमीरङ्क्षसह भायल भी नहीं आए, वे भाजपा से इकलौते विधायक हैं।
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