बाड़मेर . कोतवाली थाना पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए बुधवार को अंतरराज्यीय मोबाइल टावर बैटरीज व केबल चोरी के मामले का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मुख्य मास्टरमाइंड सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने पूछताछ में 64 स्थानों पर चोरी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है।
शहर कोतवाल जब्बरसिंह चारण ने बताया कि मरुधरा होटल में लगे टावर से 25 बैटरी व केबल चोरी प्रकरण सामने आने पर पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा के निर्देश पर गठित स्पेशल टीम ने जांच पड़ताल करते हुए अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश कर आरोपी गौरव पुत्र प्रवीण निवासी शिव शक्ति नगर महामंदिर जोधपुर को गिरफ्तार उसकी निशानदेही पर 25 बैटरी बरामद की गई। पूछताछ में सामने आया है कि उक्त गैंग का मुख्य सरगना विकास पुत्र मोतीलाल निवासी कोटा है। पुलिस ने बैटरी खरीदने का ग्राहक बनकर आरोपी विकास को जोधपुर से दबोच लिया। उसके कब्जे से पुलिस ने 24 बैटरी व एक वाहन बरामद किया। आरोपियों ने पूछताछ में अलग-अलग स्थानों पर 64 वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है। पुलिस कार्रवाई में एएसआइ मगनखां, कांस्टेबल हरदान, चौखाराम, रतनसिंह व सवाईसिंह शामिल रहे।
अलग-अलग स्थानों पर वारदातें
शहर कोतवाल ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बैटरी और केबल स्वीकार किया है। इसमें जोधपुर शहर में 12, फलौदी 2, नागौर शहर व ग्रामीण 2, गुजरात 4, जयपुर 15, कोटा 2, अजमेर 2, बाड़मेर-बालोतरा 3, सिरोही व आबूरोड़ 3, उदयपुर 8, भीलवाड़ा 3, चितौडग़ढ़ 1, निवाई टौंक 1, बूंदी 1, चूरू 3 व भरतपुर में 2 चोरी की वारदातें की है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस ने ग्राहक बन झांसे में लिया
पुलिस ने बताया कि आरोपी गौरव हत्थे चढऩे के बाद मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करना था। इसके लिए पुलिस ने बैटरी खरीदने के लिए ग्राहक बनकर गौरव के मोबाइल पर कॉल किया, और बैटरी खरीदने की बात कही। इस पर मास्टरमाइंड आबूरोड़ से चोरी की गई बैटरी पिकअप में भरकर जोधपुर पहुंच गया। वहां पुलिस ने उसे दबोच लिया।
पिछले चार साल से सक्रिय थी गैंग
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी पिछले चार साल से लगातार चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। अंतरराज्यीय गैंग बनाकर वर्ष-2016 से लगातार वारदातें कर रहे हैं। गैंग में करीब एक दर्जन सदस्य है। अन्य की तलाश में पुलिस टीम जुटी है।
मास्टरमाइंड टावर कंपनी में करता था काम
मास्टरमाइंड आरोपी पहले टावर कंपनी में काम करता था। उसे बैटरी व केबल को खोलना और अन्य उपयोग की जानकारी थी। इसलिए साथियों के साथ चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया।
शहर कोतवाल जब्बरसिंह चारण ने बताया कि मरुधरा होटल में लगे टावर से 25 बैटरी व केबल चोरी प्रकरण सामने आने पर पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा के निर्देश पर गठित स्पेशल टीम ने जांच पड़ताल करते हुए अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश कर आरोपी गौरव पुत्र प्रवीण निवासी शिव शक्ति नगर महामंदिर जोधपुर को गिरफ्तार उसकी निशानदेही पर 25 बैटरी बरामद की गई। पूछताछ में सामने आया है कि उक्त गैंग का मुख्य सरगना विकास पुत्र मोतीलाल निवासी कोटा है। पुलिस ने बैटरी खरीदने का ग्राहक बनकर आरोपी विकास को जोधपुर से दबोच लिया। उसके कब्जे से पुलिस ने 24 बैटरी व एक वाहन बरामद किया। आरोपियों ने पूछताछ में अलग-अलग स्थानों पर 64 वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है। पुलिस कार्रवाई में एएसआइ मगनखां, कांस्टेबल हरदान, चौखाराम, रतनसिंह व सवाईसिंह शामिल रहे।
अलग-अलग स्थानों पर वारदातें
शहर कोतवाल ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बैटरी और केबल स्वीकार किया है। इसमें जोधपुर शहर में 12, फलौदी 2, नागौर शहर व ग्रामीण 2, गुजरात 4, जयपुर 15, कोटा 2, अजमेर 2, बाड़मेर-बालोतरा 3, सिरोही व आबूरोड़ 3, उदयपुर 8, भीलवाड़ा 3, चितौडग़ढ़ 1, निवाई टौंक 1, बूंदी 1, चूरू 3 व भरतपुर में 2 चोरी की वारदातें की है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस ने ग्राहक बन झांसे में लिया
पुलिस ने बताया कि आरोपी गौरव हत्थे चढऩे के बाद मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करना था। इसके लिए पुलिस ने बैटरी खरीदने के लिए ग्राहक बनकर गौरव के मोबाइल पर कॉल किया, और बैटरी खरीदने की बात कही। इस पर मास्टरमाइंड आबूरोड़ से चोरी की गई बैटरी पिकअप में भरकर जोधपुर पहुंच गया। वहां पुलिस ने उसे दबोच लिया।
पिछले चार साल से सक्रिय थी गैंग
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी पिछले चार साल से लगातार चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। अंतरराज्यीय गैंग बनाकर वर्ष-2016 से लगातार वारदातें कर रहे हैं। गैंग में करीब एक दर्जन सदस्य है। अन्य की तलाश में पुलिस टीम जुटी है।
मास्टरमाइंड टावर कंपनी में करता था काम
मास्टरमाइंड आरोपी पहले टावर कंपनी में काम करता था। उसे बैटरी व केबल को खोलना और अन्य उपयोग की जानकारी थी। इसलिए साथियों के साथ चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया।