दुल्हन की मां दूल्हे के चौखट पर आते ही उसकी नजर उतारने और दही की रस्म अदा करने को पहुंची और जैसे ही पलटी उसको चक्कर आ गया। अचानक तबीयत बिगड़ते ही परिवार के लोगों के होश उड़ गए और तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है, अस्पताल में उसकी मृत्यु हो गई।
जैसे ही समारोह में दुल्हन की मां की मौत की खबर पहुंची तो सारी खुशियां गम में बदल गई। परिवारजनों को संभालना मुश्किल हो गया। लेकिन बेटी को विदा करने के लिए सभी ने उन्हें ढाढस बांधाया और फेरों की रस्म करवाई गई।
पीहर में मचे कोहराम की सुन दुल्हन की मां ने खोई सुध-बुध
बूंदी में मेज नदी हादसे के बाद गुरुवार को जैसे ही दुल्हन की मां को पीहर में मचे कोहराम की खबर मिली तो वह सुध-बुध खोकर बेहोश हो गई। इसके बाद परिजनों ने उनको कोटा में ब्ल्ड बैंक के पास एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जानकारी के अनुसार परिजन दुल्हन की नानी की तबियत खराब होने का बहाना बनाकर बादाम देवी को कोटा ले गए थे। सुबह 11 बजे कोटा पहुंचने पर जैसे ही हादसे का पता चला तो वह बेहोश हो गई। बाद में परिजनों ने उसको कोटा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जानकारी के अनुसार गुरुवार देर शाम तक भी दुल्हन की मां को होश नहीं आया। जानकारी के अनुसार शहर स्थित नीम चौकी मोहल्ले निवासी रमेशचंद्र की पत्नी बादाम देवी की इकलौती पुत्री सीमा का विवाह गत 26 फरवरी को आलनपुर सर्किल के पास स्थित एक मैरिज गार्डन में चल रहा था। इस दौरान भात देने के लिए कोटा से बादाम देवी के पीहर पक्ष के लोग एवं अन्य व्यवहारिक लोग बस में सवार होकर सवाईमाधोपुर आ रहे थे, तभी लाखेरी के पास मेज नदी पर बस नदी में गिरने से कई लोगों की मौत हो गई थी।