पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा के अनुसार गिड़ा थाना क्षेत्र के रामपुरा बाटाडू स्थित शेराराम के रहवासी घर में सोए हुए पति-पत्नी व बेटी पर हमला करने का प्रकरण दर्ज हुआ। हमले में पत्नी सरस्वती की मौत हो गई, जबकि पति शेराराम व पुत्री दुर्गा घायल हो गए। प्रकरण को लेकर रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने तफ्तीश करते हुए घटना का पर्दाफाश कर पुलिस ने मृतका के पति को गिरफ्तार किया। पति शेराराम को गिरफ्तार किया। आरोपी ने पत्नी की हत्या को अंजाम देना स्वीकार किया।
यों उगले पुत्री ने वारदात के राज
पुलिस ने बताया कि प्रकरण को लेकर घटनास्थल पर एफएसएल व एमओबी टीम ने निरीक्षण कर साक्ष्य जुटाए। साथ ही संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई। मृतका की पुत्री व पति का उपचार के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया। पुलिस ने परिजनों व महिला कांस्टेबल की मौजूदगी में मनोवैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान किया गया तो पुत्री दुर्गा ने घटना को लेकर पूरे राज खोल दिए। पुत्री ने कहा कि पिता ने ही मां सरस्वती की हत्या को अंजाम देना बताया।
दोनों के चल रहा था विवाद
पुलिस ने बताया कि पति शेराराम व मृतका सरस्वती के बीच घरेलू विवाद के चलते लंबे समय से झगड़ा चल रहा था। मृतका की शादी हुए करीब 13 साल बीत जाने के बावजूद भी अकेली संतान पुत्री दुर्गा थी और कोई पुत्र नहीं था।
आरोपी को करनी थी दूसरी शादी
शादी के तेरह साल बीत गए, लेकिन पत्नी ने पुत्र नहीं हुआ। ऐसे में आरोपी दूसरी शादी करना चाहता था, लेकिन पत्नी सरस्वती शादी के लिए रोड़ा बन रही थी। रात में खाना खाने के बाद सो गए थे, देररात आरोपी शेराराम लाठी लेकर आया और सरस्वती पर वार कर दिए, पुत्री दुर्गा ने बीच-बचाव किया तो उसे धक्का दिया। जिससे दुर्गा सीढ़ीयो पर गिर गई तो गंभीर चोट लग गई।
लाठियों से पीटा, गला दबा की हत्या
शेराराम ने जमकर सरस्वती की लाठियों से मारपीट करने के बाद नीचे पटक दिया। उसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी ने रात्रि को ड्रामाबाजी कर घर का पूरा सामान बिखेर दिया और आभूषण अलमारी को खोलकर सामान को उथल पुथल कर दिया। साथ ही वारदात के बाद विद्युत करंट लगने की अफवाह फैलाई।
इनकी रही अहम भूमिका
एसपी आनंद शर्मा ने गिड़ा थानाधिकारी जयराम मुण्डेल, एएसआई राणाराम, हैड कांस्टेबल गेनाराम, कांस्टेबल देवीलाल, देवाराम, नाथाराम, रघुराज शामिल रहे।